मुख्यमंत्री रमन सिंह और भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा को बनाया आरोपी
रायपुर। कोरोना के कथित टूलकिट को लेकर छत्तीसगढ़ में भी सियासी हलचल होनी शुरु हो गई है। कांग्रेस ने बीजेपी पर कांग्रेस अनुसंधान विभाग की जाली लेटर हेड में मनगढ़ंत फेक न्यूज साझा कर देश में साम्प्रदायिक हिंसा फैलाने की कोशिश का आरोप लगाया है। इस मुद्दे पर रायपुर में NSUI, यूथ कांग्रेस और रायपुर कांग्रेस कमेटी की ओर से पूर्व सीएम रमन सिंह और बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ FIR दर्ज कराने के लिए पुलिस के पास शिकायत की गई है ।
इसके साथ ही सोशल मीडिया के स्क्रीन शॉट्स साक्ष्य के रुप में दिए गए । NSUI की शिकायत के साथ दिए गए साक्ष्य के आधार पर पुलिस पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ अलग अलग धाराओं के तहत FIR दर्ज कर लिया गया है । पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक जमानती और गैर जमानती धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया गया है और उसमें 3 तीन साल तक सजा का प्रावधान है ।
इसके पहले आज BJP राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के खिलाफ थाने में शिकायत की गई, राजधानी रायपुर के पुरानी बस्ती थाने में FIR दर्ज करने की शिकायत की गई। साथ ही बीएल संतोष, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ भी शिकायत की गई है, कांग्रेस अनुसंधान विभाग के फर्जी लेटर हेड मामले में यह शिकायत की गई है।
FIR में दोनों पर इन अपराधों का आरोप
धारा 504 – शांति भंग के इरादे से जानबूझकर अपमान करना। जमानती और समझौता योग्य अपराध।
धारा 505(1)(b) – झूठा बयान, अफवाह फैलाने से समाज के किसी भाग में ऐसा गुस्सा भड़के जिससे वह शांति के खिलाफ अपराध कर बैठे वह इस धारा में दंडनीय है। गैर जमानती अपराध। 3 साल की सजा या जुर्माना या फिर दोनों।
धारा 505 (1)(c) – ऐसी अफवाह से व्यक्तियों का कोई समूह दूसरे वर्ग या समूह के खिलाफ अपराध के लिए उद्दीप्त हो तो यह अपराध होगा। यह गैर जमानती अपराध है। समाज 3 साल जेल और जुर्माना।
धारा 469 – जाली दस्तावेजों के सहारे जानबूझकर किसी की ख्याति को हानि पहुंचाना। सजा तीन साल की जेल और जुर्माना।
धारा 188 – लोक सेवक के आदेश की अवज्ञा। सजा एक महीने तक का सादा कारावास।
प्रदेश के हर ब्लॉक में हुई है शिकायत
कांग्रेस ने आज छत्तीसगढ़ के हर ब्लॉक में भाजपा नेताओं के खिलाफ शिकायत कर FIR दर्ज करने की मांग की है। इसमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, महासचिव बीएल संतोष और संबित पात्रा का नाम भी शामिल है। अगर इन मामलों में भी पुलिस FIR करती है तो इन नेताओं को जमानत आदि लेने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।