बलरामपुर : कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जिले में लॉकडाउन लगाया गया है. कलेक्टर ने शादी के संबंध में भी गाइडलाइन जारी किए हैं. कलेक्टर ने 9 मई के बाद की शादियों को निरस्त करने का आदेश जारी किया था. प्रोटोकॉल के मुताबिक शादी में केवल 10 लोगों के शामिल होने की छूट दी गई है. प्रशासन के नियम का पालन करते हुए एक युवक ने अकेले ही ससुराल जाकर शादी रचा ली. शादी के बाद युवक दुल्हन को बाइक से लेकर घर पहुंचा.
छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन ने बढ़ाई शादियों की तारीख
लॉकडाउन का पालन करते हुए कुसमी विकासखंड के ग्राम पंचायत सबाग का रहने वाला मुकेश यादव जशपुर जिला के चरभईया गांव में शादी करने पहुंचा.बिना बैंड बाजे के शादी कर युवक अपनी जीवनसाथी को बाइक में लेकर घर लौट आया. पूछने पर युवक ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बस 4 लोग के बीच शादी करने पहुंचा था. सभी को बीमारी का डर है कोई भी नहीं आना चाहता है. शासन के नियमों का पालन करते हुए शादी की है. मुकेश ने कहा कि अगर आगे ऐसे शादी नहीं करना चाहते हैं तो सभी को कोरोना के नियमों का पालन करना होगा. लॉकडाउन के बाद से ही किसी को भी ज्यादा संख्या में जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है. सभी सार्वजनिक कार्यों में रोक लगा दी गई है. इस स्थिति में शादी की डेट आने पर लोग 4 लोगों के बीच ही शादी करने को मजबूर है. रीति रिवाज से साथ शादी के बाद दुल्हन की विदाई करा कर बाइक पर ही ला रहे हैं.
मई महीने में सबसे ज्यादा मुहूर्त
पंडितों के मुताबिक मई में सबसे ज्यादा मुहूर्त हैं. लेकिन कोरोना के बढ़ते केसों की वजह से शादियों का सीजन ठंडा पड़ गया है. जिला प्रशासन की ओर से शादियों में केवल 10 लोगों को शामिल करने की अनुमति दी गई है. लॉकडाउन की वजह से पूरा बाजार बंद है. ऐसे में लोगों ने अप्रैल और मई मध्य तक के होने वाले सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं.