संतोष ठाकुर/तखतपुर l मदर्स डे पर आज सभी ने मां के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट किए पूरे। प्रकृति की सत्ता मां के हाथ ही संचालित है ।जिनके असीम कृपा और आशीर्वाद से ही व्यक्ति अपने जीवन में कुछ हासिल कर पाता है ।व्यक्ति की पहली गुरु मां ही होती है। जो प्रकृति से जुड़ना सिखाती हैl मां के संस्कार एक व्यक्ति को जीवन के कठिन परिस्थितियों से लड़ने सुख में धैर्य बनाए रखें का सामर्थ्य प्रदान करती है।माँ वो देवी हैl जो स्वयं दुख और कष्ट सहती है lपरंतु अपने संतानों को हमेशा सुख रखती है ।आधे गीले बिस्तर में स्वयं सोकर बच्चे को सूखे में सुलाती है ताकि उसके नींद में कोई व्यवधान ना हो। आज मदर्स डे पर मां की अद्भुत असीम प्यार को लोगों ने याद किया और उनके प्रति सद्भावना श्रद्धा प्रकट किए।सभी ने कहा है कि मां के बिना व्यक्ति के जीवन में कुछ भी नहीं है ।मां के चरणों में ही सब सुख है। व्यक्ति चाहे कुछ भी कर ले लेकिन अपने मां के ऋण को किसी जन्म में नहीं उतार सकता है। उस अद्भुत शक्ति को नमन है।
व्यक्ति की पहली गुरु मां ही होती है,जो प्रकृति से जुड़ना सिखाती है : रमा ठाकुर
