संजय महिलांग/नवागढ : छत्तीसगढ़ सरकार का टीकाकरण में आरक्षण लागू करने के फ़ैसले को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि जिन लोगों की संक्रमित होने की अधिक सम्भावना है, उनको टीके की खुराक पहले लगना चाहिए भले ही वे किसी भी वर्ग या जाति के हों। कोरोना का सामना राजनीति की जगह विज्ञान के आधार पर ही होना चाहिए।
जैन ने कहा कि संवैधानिक और नैतिक रूप से किसी भी शासक को यह तय करने का अधिकार नहीं दिया जा सकता कि कौन जिए और कौन मरे। अगर सर्वदलीय बैठक में माननीय मुख्यमंत्री प्रदेश अध्यक्ष की बातों को ध्यानपूर्वक सुनते तो उन्हें भी स्पष्ट हो जाता कि टीकाकरण में प्राथमिकता का आधार आर्थिक नहीं बल्कि व्यक्ति-विशेष की चिकित्सीय स्थिति ही होनी चाहिए। इसका आँकलन डॉक्टर करेंगे न कि मुख्यमंत्री।
जैन ने कहा कि अगर सरकार अपने निर्णय पर पुनर्विचार नहीं करती है तो प्रदेश के एकमात्र क्षेत्रीय दल जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे सरकार के इस ग़ैर-संवैधानिक, ग़ैर-वैज्ञानिक, अनैतिक और अनपढ़ फ़ैसले को न्यायालय में चुनौती देंगे।