रायपुर वॉच

टेस्टिंग के दौरान नाम , पता और मोबाइल नंबर की सही जानकारी दी जाए

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* कांटेक्ट डट्रेसिंग के माध्यम से समुदाय में संक्रमण को रोका जा सकता है | जानकारी सही ना देने वालों पर होगी कार्यवाही |

(रायपुर ब्यूरो ) | नोडल अधिकारी एवं अपर कलेक्टर श्रीमती पदमिनी भोई ने बताया कि कांटेक्ट ट्रैसिंग के जरिए कोरो नावायरस के संक्रमण के फैलाव काफी हद तक रोका जा सकता है। संक्रमण के फैलाव को नियंत्रित करने में कांटेक्ट रेटिंग महत्वपूर्ण उपाय साबित हो सकता है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि कोरोना टेस्टिंग के समय अपना नाम, पता और मोबाइल नम्बर की सही जानकारी दी जाए।उन्होंने बताया कि कोरोना की सर्वाधिक संभावना, उन लोगों में होती है जो या तो संक्रमित व्यक्ति के साथ रह रहे हो या उसके आसपास हो अर्थात उसके संपर्क में आने वाले सभी व्यक्तियों में संक्रमण के फैलाव की संभावना बहुत ज्यादा होती है , अपर कलेक्टर ने बताया कि कोरोना की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए कांटेक्ट ट्रेसिंग का कार्य काफी महत्तवपूर्ण है,। कांटेक्ट टेªसिंग के दौरान सही जानकारी देने से कोरोना के चेन को तोड़ने मे मदद मिलती है।उन्होंने कहा कि कुछ लोग कोरोना टेस्ट के दौरान जानबूझकर अपना सही टेलिफोन नम्बर एवं पता नहीं देते हैं जो समाज के लिए भी खतरनाक है तथा आपदा की घड़ी में समस्याएं और विकराल रूप ले लेती है। उन्होंने कहा कि टेस्ट के दौरान अपना नाम पता और मोबाइल नंबर की सही जानकारी न देने पर पुलिस विभाग द्वारा कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया की सही जानकारी ना देने वाले कुछ लोगों की सूची भी पुलिस को दी जाकर कार्यवाही हेतु कहा गया है। अपर कलेक्टर ने बताया कि कोरोना पाजिटिव आए लोगों से उनके संपर्क में आए कम से कम 20 लोंगो की कांटेक्ट हिस्ट्री निकाली जा रही है। कान्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए सिविल लाईन के न्यू सर्किट हाउस में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। कंट्रोल रूम में रात-दिन 24 घंटे अधिकारी-कर्मचारी कान्टेक्ट ट्रेसिंग का कार्य किया जा रहा है।

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