किरीट ठक्कर / गरियाबंद : जिला खाद्य शाखा में भ्रष्टाचार का अंतहीन सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा है। पिछले कुछ अर्से से जिले का खाद्य विभाग लगातार विवादों और सुर्खियों में रहा है , फिर चाहे वो जिले के फिंगेश्वर व छुरा ब्लॉक में पीडीएस के राशन की हेराफेरी का मामला हो या नवीन राशनकार्डस के लिये पैसे लेने का मामला।
ताजातरीन मामला अनुपस्थित खाद्य निरीक्षक के वेतन भुगतान को लेकर है , इस मामले में जिले के नागरिक किरीट ठक्कर द्वारा कलेक्टर गरियाबंद एवं संचनालय खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण की ओर लिखित शिकायत प्रेषित की गई थी। शिकायत के अनुसार जिला खाद्य अधिकारी द्वारा 11 नवम्बर 2019 को एक आदेश जारी कर खाद्य निरीक्षक अनिल कुमार जैन की ड्यूटी विकासखंड मैनपुर में लगाई गई थी , किन्तु अनिल कुमार जैन ने तत्कालीन एसडीएम कार्यालय देवभोग में दिसम्बर 2019 तक अपनी उपस्थिति ही नहीं दी एवं बिना पूर्व सूचना के अनाधिकृत रूप से अपने कर्तव्य से अनुपस्थित रहे , बावजूद इसके जिला खाद्य अधिकारी ने खाद्य निरीक्षक अनिल कुमार जैन का माह नवम्बर 2019 का वेतन व अन्य भुगतान कर दिया । जब शासकीय कर्मी अपने कार्य पर उपस्थित ही नहीं रहे , तब उनका वेतन भुगतान किस आधार पर किया गया।
किरीट ठक्कर ने बताया कि शिकायत किये चार माह हो चुके हैं , इस बीच जनवरी में पुनः स्मरण पत्र कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया गया , संचालक खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण नवा रायपुर द्वारा भी कलेक्टर गरियाबंद को शिकायत तथ्यों की जांच व कार्यवाही कराकर , प्रतिवेदन शीघ्र उपलब्ध कराने लेख किया गया , किंतु जांच तथा अन्य कार्यवाही अब तक शुन्य है।
विदित हो कि अनुपस्थित खाद्य निरीक्षक को वेतन भुगतान करने की शिकायत जिला खाद्य अधिकारी के विरुद्ध की गई थी तथापि कार्यालय कलेक्टर शिकायत शाखा गरियाबंद द्वारा जारी ज्ञापन 29 जनवरी 2021के अनुसार उक्त संबंध में शिकायत पत्र की मूल प्रति नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही के लिए प्रभारी अधिकारी खाद्य शाखा जिला कार्यालय गरियाबंद की ओर प्रेषित कर दी गई है। खाद्य शाखा के प्रभारी अधिकारी एवं अपर कलेक्टर जे आर चौरसिया ने मोबाइल पर हुई चर्चा में कहा कि फिलहाल मेरी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के कारण ,मैं होम क्वोरोंटाइन हूँ। ऑफिस ज्वाइन करने के बाद इस मामले में कुछ कह सकूंगा।