पुलस्त शर्मा/ मैनपुर : गरियाबंद रूपसिंग साहू सामाजिक कार्यकर्ता एवं कार्यकारी अध्यक्ष छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ युवा प्रकोष्ठ रायपुर संभाग ने गरियाबंद जिले के विकासखंड छुरा/फिंगेश्वर के लगभग 30 ग्राम व पंचायतों में भीषण गर्मी के कारण पेयजल संकट तलाब हैंडपंप बोरिंग स्थानीय नदी नाला सूख जाने के कारण निस्तारि पानी के लिए नहाने पीने की पानी किल्लत भीषण गर्मी को देखते हुए सिकासार बांध से निस्तारि पानी छोड़ने के लिए कल दिनांक 6/04/21 पत्र क्रमांक 201/202 रविंद्र चौबे जी मंत्री जल संसाधन एवं अविनाश चंपावत सचिव जल संसाधन विभाग से महानदी भवन मंत्रालय छत्तीसगढ़ शासन से सौजन्य मुलाकात कर एवं लिखित पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि विभिन्न ग्राम पंचायत व ग्रामों में पेयजल संकट समस्या जैसे कि ग्राम पांडुक, अतरमार, खट्टी, दिवना, मु रमुरा, धुरसा,फूलझर,जमाही,छुईया, जोगीडीपा,चरौदा,चरभट्टी,फूलझर, बोड़की,बेलर,पत्तोरी,पतोरा,बारू ला,देवगांव,घोघरा,गनियारी,दर्री पार,गदहीडीही,रोबा,परसौद सहित नगर पंचायत फिंगेश्वर में हो रही पेयजल संकट समस्या के बारे में बताया कि आखरी टेल तक में पीने के पानी एवं निस्तारि की विकराल समस्या इन दिनों लगभग सभी ग्रामों में देखने को मिल रहा है जिसमें वाटर लेवल नीचे होने के कारण सभी ग्रामों के नल जल योजना ठप पड़ा हुआ है साथ ही गांव के हैंड पंप पराया पराया सभी गांव में 8 से 10 जगह लगा हुआ है लेकिन सभी सूखे हुए हैं गांव में तलाब हैंडपंप बोरिंग नदी नाला सूखा पड़ा है इस विकराल समस्या के बारे में जल संसाधन सचिव ने जल्द ही संबंधित अधिकारी को पत्र लिखकर एवं फोन के माध्यम से सिकासार,तौरेगा व गनियारी बांध से पानी छोड़ने के लिए बात कही साथ ही गांव में हो रही विकराल समस्या के बारे में संज्ञान लेते हुए कहा कि कुछ जगह नाली नाहर माइनिंग में चल रहे काम को जल्द ही पूरा करवा कर निस्तारि पानी के लिए सहमति दिए बोर पंप वाटर लेवल नीचे होने के कारण बैठ चुके हैं वर्तमान में नल के द्वारा नगरवासियों एवं ग्रामवासियों को प्रिय जल की सुविधा तो की जा रही है किंतु अभी अप्रैल महीने के पहले सप्ताह में पानी के लिए हाहाकार मच रहा है मई-जून के माह की भीषण गर्मी को देखते हुए वर्तमान में व्याप्त पानी की समस्या एक गंभीर समस्या बन सकती है क्योंकि नगर के तालाब सूखे पड़े हैं ऊपर से कृषकों द्वारा आस-पास के गांव में रवि फसल में धान की बुवाई की गई है ऐसे में पांडुका डायवर्सन सिकासेर बांध से पानी मिलने से क्षेत्र की समस्या का समाधान हो सकता है नहरों में पानी आने से वाटर लेवल की स्थिति सुधर सकती है कुछ गांव में किसानों द्वारा ट्यूबवेल के माध्यम से रवि फसल में धान बुवाई किए हैं जिसमें लगभग पानी नहीं आने के कारण बोर सूख जाने व बिजली सही समय पर नहीं मिलने के कारण धान की फसल चौपट वा खराब होने की कगार पे है किसानों द्वारा माथे की लकीर में चिंता नजर आ रहा है कुछ किसानों का कहना है अगर निस्तारि पानी नहीं देने पर गांव में मीटिंग एवं एकता होकर जल्द ही शासन प्रशासन से अनुमति लेकर बड़े आंदोलन की ओर जाना पड़ सकता है या विवश होना पड़ सकता है शासन प्रशासन से गुहार लगाई है कम से कम पीने के पानी के लिए व मवेशी बैल भैंसा जैसे पशुओं को धोने के लिए भी पानी नसीब नहीं हो रहा है एवं पानी के लिए आपस में मची है मारामारी विवाद की स्थिति रहती है। अभी भी मई-जून की तरह स्थिति बनी हुई है शासन द्वारा बांध से पानी देने पर सभी ग्रामों में पेयजल संकट दूर हो सकता है इस सार्थक पहल के लिए शासन प्रशासन को जल्द से जल्द ठोस कदम उठाने की अपील एवं आग्रह किया गया है।
सिकासार बांध से निस्तारी पानी छोड़ने के लिए जल संसाधन मंत्री को लिखा पत्र : रूपसिंग साहू
