प्रांतीय वॉच

नीचे बम्लेश्वरी मंदिर रेल्वे फाटक खोलने की मांग को लेकर के जन कल्याण विकास परिषद द्वारा रेलवे प्रशासन के खिलाफ एक दिवसीय धरना प्रदर्शन

Share this

तिलकराम मंडावी/ डोंगरगढ : डोंगरगढ़ में नीचे बमलेश्वरी मंदिर रेलवे फाटक के पास से नए अंडर ब्रिज का निर्माण किया गया है जिसके चलते रेलवे द्वारा रेलवे फाटक को बंद कर दिया गया है जिसके बंद होने से आमजन को मंदिर, मां बमलेश्वरी हॉस्पिटल स्कूल आने जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है इन कठिनाइयों को दूर करने के लिए डोंगरगढ़ जनकल्याण विकास परिषद छत्तीसगढ़ के द्वारा रेलवे प्रशासन के खिलाफ रेलवे फाटक खोलने को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया । धर्मनगरी डोंगरगढ़ में नीचे बमलेश्वरी मंदिर का रेलवे फाटक खोलने को लेकर नगर के आमजन ने एकजुटता दिखाई है और रेलवे प्रशासन के खिलाफ विरोधी रूप में मोर्चा खोला है नगर की जनता एकजुट होकर नीचे मां बमलेश्वरी मंदिर रेलवे फाटक को खुलवाने के लिए डोंगरगढ़ जनकल्याण विकास परिषद छत्तीसगढ़ का पूर्ण रूप से साथ देते हुवे नगर की अपनी एकता का परिचय दिया है । वही यह बातें भी सामने आ रही कि ब्रिज के निर्माण में गुणवत्ता का सुरक्षा का और स्वास्थ को लेकर नगर प्रशासन सजक नजर नही आ रही हैं वही आप देखेंगे तो यह साफ तौर पर आवागमन की दृष्टि से अनुकूल उचित नही जान क्योकि क्योकि अंडरब्रिज के अंदर साफ सफाई बिल्कुल नजर नही आती वही अंदर बिखरे रेत मटेरियल सीमेंट का पॉवडर गाड़ियों के चलने से स्पस्ट दिखाई पड़ती हैं वही रेत के नही हटाये जाने से दुपहिया वाहन के गिरने और फिसलने का भय लोगो मे बना हुआ है बावजूद इसके डोंगरगढ़ की आम जनता एवं क्षेत्र के लोगो को इस पर चलना मज़बूरी जान पड़ती हैं भले ही करोड़ो रूपये लगाए गए है लेकिन अंडरब्रिज की दुर्दशा और वर्तमान स्थिति ने घटिया निर्माण की पोल खोल कर रख दी हैं । हम आप को बता दे कि उक्त फाटक से कुछ मीटर की दूरी पर मां बमलेश्वरी धर्मार्थ चिकित्सालय है जिसमें प्रतिदिन बुजुर्ग आमजनों का चिकित्सा सुविधा का लाभ लेने इस मार्ग का उपयोग करते हैं किंतु फाटक के बंद होने पर घुमावदार रास्ता तय कर हॉस्पिटल हेतु गुजारना पड़ता पड़ेगा इस फाटक के बंद होने से इमरजेंसी आपातकालीन स्थिति में दूरी तय कर पाना संभव नहीं है जिससे कभी भी जान माल एवं अप्रिय घटना घट सकती है वहीं इस संदर्भ में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा होने पर रात्रि कालीन इस मार्ग पर महिलाओ का यात्रा करना करना जान पड़ती हैं।

Share this

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *