संजय महिलांग/नवागढ़ : नवागढ़ के युवा किसान ने पहले काला धान फिर काला गेंहू अब एक बार काला चना लगाकर नया नवाचार किया है। जिले में पहली बार काले चने की खेती वे कर रहे है। ये चना दूसरे चनों की अपेक्षा काफी पौष्टीक बताया जा रहा है। किशोर ने बताया कि वे ऐसे नवाचारों को तलाशते हैं जिसमें वे कुछ नया कर सके और अपनी आमदनी भी बढा सके। किशोर ने बताया की देशी धान बीज संरक्षण संवर्द्धन के दौरान उन्हें काले चने के बारे में पता लगा। अमूमन जो चना हो रहा है उसका रंग लाल-पीला होता है। लोग पेट की गैस की गड़बडी के चलते चने से परहेज भी करते है। वहीं ये काला चना उच्च प्रोटीन युक्त है। राजपूत ने बताया कि वे नई दिल्ली रोहित श्रीवास्तव से 1 किलो बीज 100 रुपये में लेकर आए है। उसे एक हरिया में बो दिया है। किशोर ने बताया कि नवाचार के लिए देवी प्रसाद वर्मा ने उन्हें मार्गदर्शन दिया। यह किस्म मध्यप्रदेश, राजस्थान, पंजाब, महाराष्ट्र,गुजरात एवं छत्तीसगढ़ राज्य के लिए अनुकूलित है। क्योंकि इसकी जलवायु और वातावरण भी राज्यों के लिए उपयुक्त है।
ये है काले चने के फायदे
काला चना की खेती भी सामान्य चने की खेती की ही तरह होती है। एवं उन सभी जगह इसकी खेती की जा सकती है जहां अन्य चने की खेती होती है।
2 इसकी बोने के लिए बीज दर प्रति एकड 30 किलो होती है।
3 मिट्टी के हिसाब से 1 या 2 सिचाई में ये पककर तैयार हो जाती है। समयावधि अन्य चने के समान ही होती है।
4 उत्पादन प्रति एकड लगभग 7 से 9 क्विंटल होता है। जो की लगभग सामान्य चना की फसल के बराबर ही होता है।
5 अगर बात करे इसकी किमत की तो बाजार मे अभी इसकी उपलब्धता ना के बराबर होने से इसकी कीमत अन्य चने से ज्यादा होती हैं अभी 80 से 100 रुपये प्रति किलो की दर से बिक्री हो रहा है।
6 इस किस्म में ज्यादा रोग नहीं होता ।
काले चने में मौजूद पोषक तत्व
1 काला चना फोलेट्स, फायबर, उच्च मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, कापर, आयरन और फास्फोरस से भरपूर होता है।
2 इसके सेवन से क्लोरोफिल, विटामिन.ए, बी , सी और डी, और फास्फोरस, पोटेशियम, मेग्नीशियम की आवश्यकता पूरी होती है।
3 काला चना एंटी आक्सीडेंट, एन्थोसायनीन, फायटो न्यूट्रिएन्ट्स और एएलए से भरा है।
4 ऊर्जा बढाने के साथ ही त्वचा, बाल, तनाव, हृदय स्ट्रोक, कोलेस्ट्रॉल, डायबीटीज एवं कब्ज आदि में फायदेमंद है।
5 उच्च मात्रा में प्रोटीन होने के कारण ज्यादातर इसका उपयोग जीम जाने वाले करते है। जिससे परफेक्ट बॉडी शेप भी पा सकते है।
काले चने खाने के अन्य फायदे इस प्रकार हैं
चने का रोजाना सेवन करने से बार-बार पेशाब आने की समस्या दूर हो जाती है साथ ही यूरिन से जुड़ी किसी भी प्रकार की समस्या में आराम मिलता है।
महिलाओ में यदि गर्भपात की संभावना हो तो महिला को काले चनों का काढ़ा बनाकर देना चाहिए इससे गर्भ स्थिर बना रहेगा।
इसके अलावा रोजाना चने का सेवन करने से सिर दर्द, त्वचा के सफेद दाग, हिचकी, जुखाम आदि रोगों में आराम मिलता
रोजाना काम-काज की वजह से पुरुषों को कमज़ोरी आ जाती है। ऐसे में रोजाना भिगोएं हुए या फिर अंकुरित चने का सेवन करने से कमज़ोरी दूर होती है, साथ ही पुरुषों की वीर्य से संबंधित परेशानी भी दूर होती है।
बलगम और किसी भी प्रकार की साँस की समस्या को दूर करने के लिए रात में भुने हुए चने को चबाकर खाएं और फिर बाद में दूध पी लें। इससे बलगम और साँस संबंधित समस्याओं से राहत मिलती है। इसके महिलाओं में स्वेत प्रदर की समस्या का इलाज है।
यदि आप भी उपर दी गई बीमारियों से ग्रसित है तो आज से ही अपने दैनिक जीवन में काले चने का इस्तेमाल शुरू करें और स्वस्थ रहें।