- आश्रित ग्राम के ग्रामीण,दूषित पानी पीने को मजबूर
- जनप्रतिनिधियों से कई बार मांग के बाद मिला सिर्फ आश्वासन
जानिसार अख्तर/ लखनपुर। जहां एक ओर प्रदेश हो या केंद्र सरकार विकास के बड़े-बड़े वादों का दावा कर रही है वही कई गांव ऐसे भी हैं जहां मूलभूत सुविधा कोसों दूर है, लखनपुर विकासखंड से 40 किलोमीटर दूर सरगुजा जिला सीमा के सबसे दूरस्थ वनांचल क्षेत्र ग्राम पंचायत पटकुरा के आश्रित ग्राम घटोन में जहां 70 परिवार 219 आबादी निवासरत है, यहां मूलभूत सुविधा की भारी कमी है यह गांव अपने जिले तथा अन्य जिले से भी पहुंचविहीन है और ना ही बिजली पानी जैसी मूलभूत सुविधा, ऐसे में प्रदेश हो या केंद्र सरकार के विकास के बड़े-बड़े वादे यहां फ़ेल होती दिख रही है,
आज तक नहीं पहुंची है बिजली
आजादी के 73 साल बाद भी आश्रित गांव घटोन में अब तक बिजली नहीं पहुंच पाई है ग्रामीणों ने बताया कि यहां वनांचल क्षेत्र होने के कारण क्रेडा के तहत सोलर पैनल लगा है जोकि रात के एक घण्टे में ही दम तोड़ देता है जिससे रात्रि दीया ढिबरी में ही गुजारने को मजबूर है चुकि घनी जंगल के बीच में गांव बसा है एवं हाथी विचरण परिक्षेत्र भी है इसलिए यहां पर जंगली जानवरों व सांप बिच्छू का खतरा बना रहता है|
नहीं है शुद्ध पेयजल की व्यवस्था
ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम में जो पहाड़ी एरिया होने के कारण शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं हो पाता वे लोग बावली तथा तालाब कि पानी को जिस पानी को मवेशी भी पीते हैं उसको पीनेके लिए उपयोग करते है ग्रामीणों के बताए अनुसार गर्मी के मौसम में गांव के आसपास बावली तथा तालाब जब सूख जाता है तो 1 किलोमीटर दूर चल कर सरना पाट के पास कुएं का पानी पीने के लिए लाते हैं इस प्रकार अशुद्ध पानी पीने से आए दिन जल जनित रोग जैसे डायरिया पीलिया आदि से ग्रसित रहते हैं|
पथरीली रास्ता है मगर चलने लायक नहीं
पहुंच विहीन होने के कारण लोग अपने मुख्य ग्राम पंचायत एवं मुख्यालय तक जाने के लिए पहाड़ की ऊंची शिखर से 2 से 3 किलोमीटर नीचे उतरना पड़ता है तथा बरसात के मौसम में आवागमन पूर्ण रूप से बाधित रहती है, तथा एक ओर जिला रायगढ़ के सीमा क्षेत्र से होते हुए 15 किलोमीटर पथरीली रास्ते से गुजरना होता है, इस संबंध में क्षेत्र के जनप्रतिनिधि को कई बार बताए जाने के बाद भी आज तक किसी प्रकार का कोई प्रयास नहीं किया है ग्रामीणों ने बताया कि 5 वर्ष पूर्व जब क्षेत्र के जनप्रतिनिधि तत्कालीन विधायक चिंतामणि थे उसी समय उनके सौजन्य से पहाड़ की एरिया को चलने लायक बनाया गया जो केवल पथरीला ही बना हुआ है तथा उसमें भी बरसात के मौसम में भूस्खलन होने का डर बना रहता है इसलिए आवागमन बाधित रहती है,साथ ही उक्त ग्राम पंचायत पहुंचने के लिए दो नाला पारकर लोग अपने मुख्य ग्राम पंचायत पहुंचते है|
बीमार तथा गर्भवती महिलाओं को लाते हैं ढोंकर
ग्रामीणों ने बताया कि जब कोई व्यक्ति बीमार पड़ता है या गर्भवती महिलाओं को खाट या झलगी के माध्यम से नीचे उतारा जाता है इसके बाद है उन्हे हॉस्पिटल पहुंचाया जाता है | इस गांव से सटे जिला रायगढ़ के तथा उदयपुर के ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम भी है जो पहुंच विहीन है|
उक्त ग्राम पंचायत में 1 किलोमीटर की दूरी पर उदयपुर विकासखंड के मरेया ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम धवई पानी, चुघियाडाड वही सितकलो से कदम दाढ़, तथा जिला रायगढ़ से सिरदरी विकास खंड के ग्राम पंचायत किंढा के आश्रित ग्राम चूईपहाड़ चाप कचार गड्रापानीआदि ग्राम पंचायत भी इसी क्षेत्र के आसपास आते हैं जिस ग्राम में भी अपने ग्राम पंचायत तक पहुंच मार्ग नहीं है, यहां के ग्रामीण अपने मुख्यालय पहुंचने के लिए पहाड़ की खतरनाक खाई को पार करते हुए अपने ग्राम पंचायत जाते हैं |
स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाता सभी क्षेत्रों से पहुंचविहीन होने के कारण उक्त ग्राम पंचायतों में स्वास्थ्य सुविधा ठीक से नहीं पहुंच पाता इसलिए लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है|
यहां के बच्चो के लिए प्राथमिक स्कूल तक का सुविधा है जहां बड़ी मेहनत कर शिक्षक हर दिन उस पहाड़ी में ढाई किलो मीटर चढ दूर तय कर पढ़ाते है कभी कभी वहीं रुक जाते है,और आगे की पढ़ाई के लिए हर दिन बच्चे पहाड़ी को पैदल चल कर आते है |यही हाल क्षेत्र के अन्य गांव का भी हाल है |
इस हाल से परेशान लोग शासन से जल्द समस्या का समाधान करने की मांग की है ग्रामीणों ने बताया कि वर्तमान में कांग्रेस की सरकार है अब उन्हीं से आशा है कि हम लोग का समस्या का समाधान होगा |
इस संबंध में ग्राम पंचायत सरपंच सोनसाय ने बताया कि मेरे द्वारा काफी प्रयास किया जा रहा है क्षेत्र की समस्या को अवगत कराने के बाद केवल आश्वासन ही मिल रहा है|
जल्द होगी समस्या का समाधान
यहां का विकास है मेरा प्राथमिकता है पेयजल तथा बिजली आदि मूलभूत सुविधा के अभाव एवं क्षेत्र की समस्याओं से पूर्ण रूप से अवगत हूं मैं क्षेत्र की समस्या का समाधान करने का प्रयास कर रहा हूं,
शैलेंद्र प्रताप सिंह
जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी सचिव
प्रस्ताव दिया गया है उम्मीद करते हैं समस्या का समाधान जल्द हो जाएगा|
प्रीतम राम
विधायक
विधानसभा क्षेत्र लूंड्रा