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नरवा संवर्धन की उपयोगिता बयां कर रहे हैं लहलहाते खेत, सरसों के पीले फूल तथा गेहूं की बालियां

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  • नरवा संवर्धन से 18 कृषकों के 15.6 हेक्टेयर भूमि हो रही है सिंचित

आफताब आलम/ बलरामपुर : राज्य शासन की बहुआयामी सुराजी गांव योजना का वांछित परिणाम भौतिक धरातल पर साकार होने से ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत करने तथा कृषकों की तकदीर बदलने की सरकार की मंशा पूर्ण होती नजर आ रही है। नरवा संवर्धन ने जल संचय तथा भू-जल स्तर को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है तथा इसके अंतर्गत विभिन्न संरचनाओं के निर्माण से खेतों में जलापूर्ति का किसानों को सीधा फायदा मिल रहा है। विकासखण्ड बलरामपुर के ग्राम गिरवरगंज में नरवा संवर्धन के तहत बनाए जा रहे मिट्टी के बांध रबी फसलों के लिए वरदान साबित हो रहे हैं। गिरवरगंज में पहाड़ी नाले को बांधकर बहते पानी को धीमी गति से प्रवाहित कराते हुए बोल्डर चेक, कंटूर ट्रेंच एवं गेबियन जैसी संरचनाओं के निर्माण द्वारा जल स्तर को बढ़ाने में सहायता मिली है। संरचनाओं के बन जाने से नीचे बने बांध में जल का भराव हो रहा है जिससे ग्रामीण पंप के माध्यम से खेतों में पानी पहुंचा पा रहे हैं। किसानों के लहलहाते खेत, सरसों के पीले फूल तथा गेहूं की प्रस्फुटित हो रही बालियां नरवा संवर्धन की उपयोगिता बयां कर रहे हंै। खेतों में पानी पहुंचाने के इस सफल प्रयास ने किसानों के चेहरे में खुशियां बिखेर दी है तथा पानी की सहज उपलब्धता से फसल की पैदावार बढ़ने के साथ ही किसानों की आय में वृद्धि होगी। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती तूलिका प्रजापति ने बताया कि नरवा संवर्धन से ग्राम गिरवरगंज में भू-जल स्तर बढ़ने से कृषक रबी की फसल ले पा रहे हैं। नाला उपचार के अंतर्गत विभिन्न संरचनाओं के निर्माण से जल का उचित प्रबंधन कर खेतों में पानी पहुंचाया जा रहा है। नरवा संवर्धन से भू-जल स्तर में वृद्धि के पर्यावरणीय लक्ष्य की प्राप्ति के साथ-साथ अन्नदाताओं की आर्थिक स्थिति में भी सुधार हो रहा है। गिरवरगंज में नरवा संवर्धन से 18 कृषकों के 15.6 हेक्टेयर भूमि में सरसों की फसल सिंचित हो पा रही है तथा जिले में अन्य स्थानों में भी नाला उपचार का कार्य कर किसानों को लाभान्वित करने का प्रयास किया जा रहा है।
गिरवरगंज के रहने वाले कृषक रामनाथ ने बताया नरवा के अंतर्गत विभिन्न संरचनाओं के निर्माण से नाला उपचार के उपरांत जलस्तर में वृद्धि हुई तथा उसका प्रभाव 6 माह बाद भी खेतों में देखा जा रहा है। पहले जहां कृषक रबी की फसल लेने से पहले पानी की उपलब्धता को लेकर चिंतित थे वहीं अब पानी सीधे किसानों के खेतों में पहुंचने लगी है। नरवा संवर्धन से लाभान्वित एक अन्य कृषक सुरेश ने बताया कि खेतो में पानी पहुँचने से अब रबी के मौसम में भी फसल लहलहा रही है। रबी के मौसम में सिंचाई सुविधा न होने के कारण पहले फसल नहीं ले पाते थे लेकिन नाला उपचार से सिंचाई की सुविधा का विस्तार हुआ है जिससे किसान अब रबी की फसल ले पा रहे हैं। नरवा संवर्धन से खेतों में पानी पहुंचने से किसानों के चेहरों में खुशी है तथा वे इस योजना को किसानों के हित में बताते हुए शासन को धन्यवाद दिया है।

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