- भाजपा शासनकाल में अफ़सरशाही को लेकर मिथ्या प्रलाप करते रहे बघेल व कांग्रेस नेताओं को विधायक सिंह ने आईना दिखाया : भाजपा
- कभी केंद्र सरकार को आईना भेजने वाले मुख्यमंत्री अब इस आईने में अपनी सरकार की छवि निहार लें तो राजनीतिक चतुराई और प्रशासनिक सूझबूझ की ग़लतफ़हमी दूर होते देर नहीं लगेगी
- भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सिंहदेव का कटाक्ष- तबादला उद्योग चलाने और सियासी नौटंकियाँ करने को ही अपनी राजनीतिक और प्रशासनिक समझ का पैमाना मानने के भरम में है राज्य सरकार
- अफ़सर जब सत्तापक्ष के जनप्रतिनिधियों की बात ही सुनने को तैयार नहीं हैं तो यह अनुमान लगाना सहज है कि प्रदेश सरकार नौकरशाही के सामने घुटनों पर आ गई है
- कांग्रेस के एक विधायक ने पुलिस महकमे में काम कराने के लिए रेट लिस्ट लगाने को कहा तो अब एक विधायक को अफ़सरों की खोजबीन के लिए इनाम की घोषणा तक करनी पड़ी है!
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने छत्तीसगढ़ में नौकरशाही के हावी होने और इसे लेकर प्रदेश सरकार की ज़ाहिर हो रही बेबसी पर क़रारा कटाक्ष करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके मंत्री-विधायक गाहे-बगाहे पूर्ववर्ती भाजपा शासनकाल में अफ़सरशाही को लेकर मिथ्या प्रलाप करते रहते हैं, उन्हें उनकी पार्टी के एक विधायक और सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष बृहस्पत सिंह ने आईना दिखा दिया है। श्री सिंहदेव ने कांग्रेस विधायक सिंह द्वारा दो अफ़सरों की कार्यप्रणाली पर तंज कसे जाने और और उनकी खोजबीन की सोशल मीडिया पर सार्वजनिक सूचना जारी किए जाने का हवाला देकर कहा कि कभी सस्ती लोकप्रियता के लिए केंद्र सरकार को आईना भेजने वाले मुख्यमंत्री बघेल ज़रा इस आईने में अपनी सरकार की छवि निहार लें तो राजनीतिक चतुराई और प्रशासनिक सूझबूझ की उनकी ग़लतफ़हमी दूर होते देर नहीं लगेगी। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री सिंहदेव ने कहा कि पिछले दो साल से प्रदेश में अफ़सरशाही का बोलबाला है और प्रदेश सरकार का उस पर कोई क़ाबू नहीं है। अफ़सर मनमाने फ़ैसले लेकर लोगों की दिक़्क़तें बढ़ा रहे हैं, लोगों को अपने जायज़ कामों के लिए भी अफ़सरों के महीनों चक्कर काटने पड़ रहे और प्रदेश के नौकरशाह अपनी सामंती मानसिकता का परिचय दे रहे हैं। प्रशासनिक स्तर पर आर्थिक घोटालों और भ्रष्टाचार के नित-नए मामलों का ख़ुलासा हो रहा है और प्रदेश सरकार इसके बजाय तबादला उद्योग चलाकर सियासी नौटंकियों को ही अपनी राजनीतिक और प्रशासनिक समझ का पैमाना मानने के भरम में है। श्री सिंहदेव ने हैरत जताई कि प्रदेश के अफ़सर जब सत्तापक्ष के जनप्रतिनिधियों की बात ही सुनने को तैयार नहीं हैं तो यह अनुमान लगाना सहज है कि प्रदेश सरकार नौकरशाही के सामने घुटनों पर आ गई है। ऐसे हालात में विपक्ष के जनप्रतिनिधियों के साथ ये नौकरशाह किस तरह पेश आते होंगे, इसकी कल्पना की जा सकती है। भाजपा शासनकाल में नौकरशाही को लेकर प्रलाप करने वाले कांग्रेस के नेता और विधायकों के सामने आज हालात ऐसे हो चले हैं कि एक कांग्रेस विधायक ने प्रदेश के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू के मुँह पर पुलिस महकमे में काम कराने के लिए रेट लिस्ट लगाने को कहा तो अब एक कांग्रेस विधायक को अपने इलाके के दो अफ़सरों की खोजबीन के लिए सोशल मीडिया पर सूचना जारी कर 11सौ रुपए के इनाम की घोषणा तक करनी पड़ी है! भाजपा प्रवक्ता श्री सिंहदेव ने कहा कि सरगुजा संभाग के रामानुजगंज के एसडीएम और तहसीलदार के ‘लापता’ होने की ऐसी घटना को लेकर प्रदेश सरकार राजनीतिक तौर पर कितनी शर्म महसूस करेगी, यह तो वही जाने; लेकिन अफ़सरों द्वारा निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की तौहीन को प्रदेश सरकार एक सबक के तौर पर ज़रूर गंभीरता ले और ‘वन मैन शो’ की मानसिकता से उबरे।