प्रांतीय वॉच

बिना रजिस्ट्रेशन क्लीनिक पर ब्लड टेस्ट इलाज सहित दवाई का गोरख धंधा संचालित

टीकम निषाद/ देवभोग : स्वास्थ्य एवं प्रशासनिक अधिकारियों के नाक नीचे स्वास्थ्य अधिनियम का मखौल उड़ाते हुए मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर ग्राम डोंगरीगुड़ा पर हेमलाल नागेश द्वारा ऐसा बिना रजिस्ट्रेशन क्लिनिक संचालित किया जा रहा है। जहां ब्लड टेस्ट दवाई बेचने सहित स्वयं द्वारा इलाज तक किया जाता है । मतलब चंद पैसों के लिए कथित बीएएमएस हेमलाल द्वारा आम मरीजों की जिंदगी को दांव पर लगाते हुए मौत के मुंह में धकेल रहे हैं। हाई डोज के इलाज से मरीज को भी जल्दी आराम मिल जाता है। यही वजह है कि आम मरीज उनके फैलाए जाल से निकल नहीं पा रहे हैं। जिसे लेकर डिग्रीधारी डॉक्टरों का मानना है। कि ऐसे हाई डोज के चलते मरीजों को किडनी में इफेक्ट पड़ने के साथ तरह तरह की शारीरिक नुकसान उठाना पड़ता है। बावजूद इसके शासकीय नर्स एवं झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज सीख कर धरातल में ऐसे लोग इलाज कर रहे हैं । ऐसे ही 3 साल पहले मुडागांव उपस्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ रही नर्स रेखा पटेल के साथ घूम कर ओम प्रकाश वर्मा भी सरदापुर मोखागुड़ा धिंगियामुडामुड़ा मुडागांव सहित अन्य गांव के सैकड़ों मरीजों के लिए दवाई का जखीरा अपने बैग में भरकर बेधड़क इलाज कर रहे हैं। सबसे दुर्भाग्य की बात तो यह है कि इन झोलाछाप डॉक्टर के पास ना डिग्री है और ना अनुभव फिर भी पिछले 3 साल से खुलेआम जानलेवा इलाज कर लोगों की जिंदगी को धीरे धीरे मौत के हवाले कर रहे हैं ।जिससे स्वास्थ अमला भली-भांति अवगत है। क्योंकि अक्सर झोलाछाप डॉक्टर ओम प्रकाश वर्मा को अस्पताल प्रबंधन से मेल मुलाकात करते देखा जाता है। ऐसे में इनके खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर भी सवाल खड़ा हो रहा है । इसके साथ मुख्यालय के राजापारा मार्ग के बीच क्लीनिक है जहां आयुर्वेदिक की डिग्री लेकर एलोपैथिक दवाई के साथ मरीजों का इलाज किया जाता है। इंजेक्शन लगाने से लेकर ग्लूकोस बॉटल हैवी एंटी बैटिक के साथ क्लीनिक परिसर में इलाज जाता है। इस क्लीनिक पर आए दिन 70 से 100 मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं। वह इसलिए नहीं कि पूरी तरह स्वस्थ हो जाते हैं। बल्कि प्राथमिक हाई डोज से इलाज क्या जाता है। और मरीज की हालत बिगड़ते देख अंतिम समय रेफर कर अन्य अस्पताल लेने के लिए कहा जाता है । यही वजह है कि अधिकांश मरीज ऐसे डॉक्टरों के झांसे में आकर अपनी जिंदगी गवां बैठते हैं। जिससे पूरी स्वास्थ अमला के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी अच्छी तरह अवगत हैं बावजूद इसके जिम्मेदार कार्यवाही की जहमत नहीं उठा रहे हैं।

अनुपम आशीष टाेप्पाेएसडीएम-: बिना डिग्री के इलाज कर रहे डॉक्टरों की सूची तैयार किया जा रहा है जल्द ही उनके खिलाफ कार्यवाही किया जाएगा

ओम प्रकाश वर्मा झोलाछाप डॉक्टर -: सामान्य एवं मलेरिया बुखार का इलाज करता हूं डिग्री क्या लेना डिग्री के लिए पैसा लगेगा इसलिए बिना डिग्री के इलाज कर रहा हूं

हेमलाल नागेश कथित बीएएमएस डॉक्टर -: मेरे पास बीएमएस का डिग्री है और क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन भी कराया है तभी इलाज करते हैं और ब्लड को मॉडर्न पैथोलॉजी पर टेस्ट के लिए भेजा जाता है

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