जांजगीर-चाम्पा : डभरा क्षेत्र के धुरकोट समिति में 50 लाख के केसीसी लोन में गड़बड़ी के मामले को लेकर किसानों ने जिला मुख्यालय जांजगीर में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है और समिति प्रभारी गिरवर निराला के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग किसानों ने की है. किसानों का कहना है कि समिति प्रभारी ने फर्जी हस्ताक्षर कर तत्कालीन डभरा शाखा प्रबंधक से मिलीभगत कर केसीसी लोन में बड़ी गड़बड़ी की है. किसानों के आंदोलन को कृषक चेतना मंच ने समर्थन दिया है. यहां मंच के संयोजक राजशेखर सिंह भी पहुंचे थे.यहां किसानों के धरना आंदोलन के बाद प्रभारी उप पंजीयक शेखर जायसवाल और तहसीलदार प्रकाश साहू पहुंचे. यहां किसानों ने कार्रवाई नहीं करने पर प्रभारी उप पंजीयक शेखर जायसवाल को जमकर खरी-खोटी सुनाई और किसानों ने अपनी भड़ास निकाली. यहां प्रभारी उप पंजीयक सफाई देते नजर आए और किसान अपनी मांग को लेकर अड़े नजर आए कि समिति के प्रभारी गिरवर निराला के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए. जब किसानों ने जांच के दस्तावेज मांगे तो प्रभारी उप पंजीयक ने अपने जवाब से किसानों को संतुष्ट नहीं कर सके और प्रभारी उप पंजीयक को धरना स्थल से उल्टे पांव लौटना पड़ा.किसानों ने साफ कहा है कि केसीसी घोटाले के मामले में संलिप्त लोगों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई होगी, तभी वे अपना आंदोलन समाप्त करेंगे.
नेतागिरी करने की बात कही प्रभारी उप पंजीयक ने, तब भड़के किसान
धरना स्थल पर किसानों से चर्चा हो रही थी, तभी प्रभारी उप पंजीयक शेखर जायसवाल ने किसानों को नेतागिरी करने की बात कही, जिसके बाद किसान भड़क गए. यहां मौके पर कृषक चेतना मंच के संयोजक राजशेखर सिंह समेत अन्य सदस्य भी मौजूद थे. प्रभारी उप पंजीयक को किसानों ने नसीहत देते हुए कहा कि वे ऐसी बातें दोबारा ना करें, नेतागिरी करने से उन्हें क्यों दिक्कत हो रही है, मामले की जांच में जो दोषी मिले हैं, उन पर सख्ती से कार्रवाई हो, यही तो मांग धरना आंदोलन कर रहे किसान कर रहे हैं.