किरीट ठक्कर/ गरियाबंद : जिले की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत कोपरा की महिला कमांडो इन दिनों बेरोजगारी से त्रस्त है। पिछले दिनों इन महिला कमांडो ने जिला मुख्यालय पहुंच कर गांव में काम की मांग की है। कलेक्टर को लिखित आवेदन सौपतें इन्होंने लेख किया है की शासन की मंशानुरूप गाँवो में शांति व्यवस्था बनाये रखने साथ ही सामाजिक बुराइयों को दूर करने के मकसद से सभी गांवों में महिला कमांडो का गठन किया गया है। तदनुरूप हम सभी ईमानदारी से निष्ठापूर्वक अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं। प्रतिदिन गांव में शांति व्यवस्था बनाये रखने के मकसद से देर शाम से रात्रि तक गश्त करते हैं। जिसके परिणाम भी दृष्टिगोचर हो रहे हैं। किन्तु इन दिनों हम सभी महिलाएं बेरोजगार है , बेरोजगारी की वजह से हमें अपने परिवार के भरण पोषण में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।हम सभी हरिजन महिलाओं को स्थायी काम दिलाया जाये। जिले के संयुक्त कार्यालय भवन परिसर में ही महिला कमांडो कोपरा की अध्यक्ष / सचिव अनुसुइया , ममता ने हमें अपनी समस्या से अवगत कराया। इस मामले में इस प्रतिनिधि ने ग्राम पंचायत कोपरा की सरपंच श्रीमती डॉली साहू से बातचीत की है , उनका कहना है पिछले वर्ष महिला कमांडो को उनकी सहमति के अनुसार सफाई का काफ़ी काम दिया गया था , जिसके बाद कोरोना की वजह से बहुत सी गतिविधियों में ब्रेक लगा है , इधर अब पंचायतों के सचिव व रोजगार सहायक हड़ताल पर है। फिर भी हम लगातार कोशिश करते हैं कि गांव में मनरेगा का काम सभी को वार्ड अनुसार बारी बारी से जॉब कार्ड के तहत मिलता रहे।
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