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जिला पंचायत सदस्यो ंने पंचायत सचिवों व रोजगार सहायको के हड़ताल को दिया समर्थन

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  • जायज मांगो को लेकर बैठे पंचायत सचिवों व रोजगार सहायको का सरकार को नही है ध्यान – लोकेश्वरी नेताम

पुलस्त शर्मा/मैनपुर : अपनी वर्षो से लंबित मांग शासकीयकरण किये जाने को लेकर पंचायत सचिव एवं रोजगार सहायक अनिश्चितकालीन काम बंद कलम बंद हड़ताल पर डटे हुए हैं जिससे ग्राम पंचायतों में काम ठप पड़ा है शासन की योजनाएं प्रभावित भी हो रही है। हड़ताल पर बैठे पंचायत सचिवों ने सरकार को मनाने तरह तरह के उपाय अपना रहे है कभी सरकार की सद्बुध्दि के लिये हवन पूजा, तो कभी भैंस के आगे बीन बजाना, सामूहिक मुंडन व ताली पिटते सरकार को कोसना प्रमुख रूप से शामिल है जिसके बाद अब पंचायत सचिव व रोजगार सहायक संघ भूख हड़ताल की राह पर चले गये है। आज अपने भूख हड़ताल के दूसरे दिन भी हड़ताली कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ ताली पीटते वादा खिलाफी आरोप लगाते जमकर नारेबाजी किया । आज हड़ताल के 16 वें दिन पंचायत सचिवों व रोजगार सहायको के हड़ताल को समर्थन देने जिला पंचायत सभापति श्रीमती लोकेश्वरी नेताम, श्रीमती धनमति यादव, मंतुराम कंवर एवं सभापति श्रीमती मधुबाला रात्रे प्रमुख रूप से शामिल होकर समर्थन दिया। पंचायत सचिवों की मांगों का समर्थन करते हुए जिला पंचायत सभापति लोकेश्वरी नेताम कहा कि पंचायत सचिव पंचायतो में शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन व योजनाओ को गरीबो तक पहुंचाने के लिये मुख्य आधार है लेकिन सरकार द्वारा मांगो को लेकर अनदेखी की जा रही है पंचायत सचिवो का आज तक शासकीयकरण नही किया गया है समयमान वेतन नहीं दिए जाने से सचिवों के परिवार के सामने रोजी- रोटी की समस्या है आ खड़ी है। जिला पंचायत सभापति मंतुराम कंवर ने कहा कि सचिवों के बिना पंचायत अधूरे हैं उनके बिना कोई कामकाज नहीं हो सकता सचिवों व रोजगार सहायको ने जो मांगें सरकार के सामने रखी हैं, वह जायज हैं सरकार को इन मांगों को पूरा करना चाहिए कम वेतन में सचिव पंचायतों का कामकाज संभाल रहे हैं उन्हें दूसरे सरकारी सेवक की तरह सुविधाएं सरकार से नहीं मिल रही हैं विपरीत परिस्थिति में भी सचिव कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं। जिला पंचायत सभापति धनमति यादव ने कहा कि सरकार और ग्राम विकास के मध्य पंचायत सचिव व रोजगार सहायक मुख्य आधार है अन्य विभाग से ज्यादा पंचायत सचिवों पर दबाव होता है और सभी विभागो के योजनाओं के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी होती है हड़ताल पर बैठे पंचायत सचिव व रोजगार सहायको की मांग जायज है सरकार को इसपर ध्यान देते हुए सचिव व रोजगार सहायको का जल्द से जल्द शासकीयकरण किया जाना चाहिए। इस दौरान पंचायत सचिवों व रोजगार सहायको के हड़ताल को महिला बाल विकास सभापति मधुबाला रात्रे ने भी संबोधित किया। इस दौरान धरना प्रदर्शन हड़ताल में संचिव संघ के ब्लॉक अध्यक्ष तुकाराम नायक, संतोष गुप्ता, पूर्व अध्यक्ष प्रेमलाल ध्रुव, श्रीमती अनिल नेताम, सालिक राम पटेल, सुन्दर लाल खरे, दशरू जगत, त्रिवेण नागेश, ओमप्रकाश कोमर्रा, रामेश्वर ध्रुव, पुस्तम कपील, वशंत सिन्हा, दुु्रपसिंह सेानवानी, कैलाश यदु, सत्यरंजन हसंराज, सलाम खान, डिगनेश्वर यदु, देवीसिंह मांझी, जलंधर राजपुत, लक्ष्मीनाथ, राजकुमारी मांझी, पुष्पा सिन्हा, रूपेन्द्र साहू, निलाम्बर यदु, हुलार यादव, कैलाश ठाकुर, चम्पेश्वर दास, पुसऊराम निषाद, नरिया राम दंता, भुवन वर्मा, निर्मल देशमुख, संजय राजपूत, चन्द्रकांता, डोमेश्वरी महिलांगे, योगेन्द्र यादव, त्रिलोक नागेश, एंव ग्राम रोजगार सहायक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष दलगंजन तांती, सचिव तुलेश साहू, खिरसिंह प्रधान, संतोषी ठाकुर, शिव बसंत राठौर, गुलाब राम साहू, देवीसिंह नेताम, टंकधर वैष्वण, चौनसिंह मरकाम, रमेश कुमार प्रधान, तिलकराम, भोजलाल नेताम सहित सैकडो की संख्या में ग्राम पंचायत के सचिव एंव रोजगार सहायक शामिल है ।

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