- मामले को लेकर पीड़ित पक्ष ने गरियाबंद पुलिस अधीक्षक को लिखित आवेदन देकर न्याय दिलाने की गुहार
यामिनी चन्द्राकर/ छुरा: इंसान अपनी पूरी जिंदगी रोटी कपड़ा और मकान बनाने के लिए जी तोड़ मेहनत करता है और अपने आशियाना बनाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर एक एक पैसा जोड़ कर रखता है अपने सपनो को हकीकत में बदलने के लिए इंसान के आगे बहुत सी चुनोतियाँ रहती है और जो इंसान उन चुनोतियो का सामना करते हुए आगे बढ़ता है वो एक दिन जरूर कामयाब होता है आज के युग मे कौन नही चाहता कि उसका भी खुद का पक्का मकान हो गरीब तबके के लोगो को अपना आशियाना का सपना को हकीकत में बदलने के लिए ही केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना शुरू की गई थी ताकि गरीब आवासहीन परिवार को उनका खुद का आशियाना मिल सके लेकिन हर सरकारी योजना की तरह सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना को भी चतुर चालाक लोगो ने अपना आय का जरिया बना लिया लोगो को पक्का आवास दिलाने के एवज में मोटी रकम वसूलने का मामला गरियाबंद जिले के छुरा विकासखण्ड में प्रकाश में आया है प्राप्त जानकारी के अनुसारक्षेत्र के साजापाली ग्राम में एक शिक्षक द्वारा ग्रामीण से प्रधानमंत्री आवास दिलाने के नाम पर ₹54000 ठगी करने का मामला सामने आया है।
आपको बता दें कि छुरा विकासखंड के ग्राम साजापाली निवासी हेमंत साहू से एक शासकीय पद पर कार्यरत शिक्षक के द्वारा प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति दिलाने का झांसा देकर ₹54000 लिया गया और आज तक ना उनको प्रधानमंत्री आवास मिल पाया है और न ही शिक्षक के द्वारा उनको रुपया वापस किया गया।
हेमंत साहू के द्वारा रुपया वापस मांगने पर शिक्षक के द्वारा उन्हें अपनी राजनीतिक धौंस दिखाते हुए धमकी दिया जाता है जिससे डर कर हेमंत साहू के द्वारा अपने व अपने परिवार की सुरक्षा के लिए और रकम वापस दिलाने हेतु एसपी कार्यालय गरियाबंद पहुचकर लिखित शिकायत की गई है जिन पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है।हेमंत साहू अपनी रकम वापसी और अपनी सुरक्षा हेतु सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने मजबूर है लेकिन अभी तक उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो पाई है और ना हीं उनको न्याय मिल पा रहा है।