- कांकेर में जिला शिक्षा अधिकारी राकेश पांडे द्वारा अपने कार्य क्षेत्र में बच्चों को, जितनी शिक्षा मिलनी चाहिए उतनी मिले, इसके लिए निरंतर प्रयास करते नजर आते हैं
अक्कू रिजवी/ कांकेर : देश प्रदेश में जहां एक ओर देखा जा रहा है कि छात्रों की पढ़ाई पिछले 9 महीनों से बर्बाद है वहीं जिला उत्तर बस्तर कांकेर में जिला शिक्षा अधिकारी राकेश पांडे द्वारा अपने कार्य क्षेत्र में बच्चों को, जितनी शिक्षा मिलनी चाहिए उतनी मिले, इसके लिए निरंतर प्रयास करते नजर आते हैं। स्कूलोंके बंद होने के कारण छात्रों को घर में ही पढ़ाई मिले और कोर्स भी पूरा हो, इस हेतु ऑनलाइन कक्षाओं के अलावा पांडे जी का अधिक जोर मोहल्ला कक्षाओं के लिए भी रहता है जो कि अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां ऑनलाइन की सुविधा नहीं, वहां बच्चों की शिक्षा के लिए अति आवश्यक है। जिला शिक्षा अधिकारी पांडे जी निरंतर दौरे करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों की मोहल्ला क्लासेस का हाल-चाल पता करते रहते हैं और न केवल शिक्षकों को गाइड करते हैं बल्कि बच्चों से भी उनकी समस्याएं तथा पुस्तकों से प्रश्न भी पूछा करते हैं कक्षाओं में सोशल डिस्टेंस बराबर बना रहे इसके लिए हमेशा कहते और सुझाव देते रहते हैं। पांडे जी के अथक प्रयासों से कांकेर जिले में अन्य जिलों की अपेक्षा बच्चों की कोविद काल में शिक्षा का स्तर बहुत अच्छा देखा जा रहा है। पांडे जी न केवल बड़े गांवों में जाते हैं बल्कि नक्सल प्रभावित गांवों में भी दौरा करने का साहस दिखाते हैं जोकि अन्य विभागों तथा कर्मचारियों के लिए प्रेरणा की बात है। विगत दिवस ही कांकेर तहसील की एक नक्सल प्रभावित बस्ती मर्दा पोटी, जो जंगल पहाड़ के कारण दुर्गम क्षेत्र भी है, वहां जाकर पांडे साहब ने मोहल्ला कक्षाओं का निरीक्षण किया और वहां की प्रगति संतोषजनक पाई । इसी तरह के दौरे वे प्रतिदिन लगातार किया करते हैं, जिसकी सराहना कांकेर क्षेत्र की जनता द्वारा मुक्त कंठ से की जा रही है।