रायपुर। जो लोगों को स्वस्थ रहने के लिए दवा देने का जिम्मा रखते हैं जब वही नशे के धंधे में लिप्त हो जाएं तो नशे के गिरफ्त में लोगों का आना तय है। वहीं फल फूल रहे इस धंधे में बड़ा नेटवर्क भी पैसे की लालच में बन जाता है। इस प्रकार के एक रैकेट का खुलासा पुलिस ने किया है और चार लोगों को गिरफ्तार किया है जिसे मेडिकल स्टोर संचालक व एमआर मिलकर संचालित करते रहे थे। पूरी विवेचना की जा रही है। रायपुर पुलिस ने नशीले सिरप के अवैध कारोबार से जुडे 4 लोगों को पकड़ा है। इनमें पेशे से मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव और मेडिकल स्टोर संचालक भी शामिल हैं। रायपुर में पिछले लंबे वक्त से ये मेडिकल सर्विस की आड़ में नशे का कारोबार कर रहे थे। गुरुवार को पुलिस ने आरोपियों की घेराबंदी की। छापे की कार्रवाई में 500 बोतल नशीली सिरप मिली और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। रायपुर की सायबर सेल की टीम को पता चला कि खमतराई इलाके का रहने वाला सुरेश जायसवाल कुछ लोगों को कोडिन फास्फेट बेच रहा है। यह एक प्रतिबंधित सिरप है। कुछ लोग नशे के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं। सुरेश जायसवाल के बारे में पता लगते ही टीम खमतराई पहुंची। पकड़े जाने के बाद सुरेश ने बताया कि उसने गुढियारी के पहाडी चौक के पास मां दुर्गा मेडिकल स्टोर से यह सिरप खरीदे हैं।इसके बाद टीम गुढियारी पहुंची। इस मेडिकल स्टोर के संचालक हरीश साहू से पूछताछ की गई। इसके पास से भी सिरप मिली। जब टीम ने हरीश से जानकारी निकाली तो पता चला उसे ये सिरप कुंजी लाल ठाकरे से लिया है। टीम ने ठाकरे को पकड़ा इसने बताया कि हलवाई लाइन के रहने वाले दीपक खण्डेलवाल से उसने सिरप लिया। दीपक पेशे से एमआर है। पुलिस के मुताबिक सिरप बनाने वाली कंपनियों से संपर्क कर दीपक नशे का यह सामान ला रहा था और सप्लाई कर रहा था। टीम अब चारों से इनके दूसरे साथियों के बारे में भी पूछताछ कर रही है।
नशीले सिरप के अवैध कारोबार से जुडे 4 आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे, मेडिकल स्टोर संचालक व एमआर चला रहे थे नशे का रैकेट
