- विशेष पोस्ट कोविड ओपीडी का संचालन होगा गरियाबंद में
किरीट ठक्कर/ गरियाबंद : जिले में संचालित डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में विशेष ऑनलाइन प्रशिक्षण का आयोजन किया गया , जिसमें पीजीआई चंड़ीगढ़ व सफदरजंग नई दिल्ली के डॉक्टरों द्वारा लॉन्ग कोविड सिंड्रोम का ईलाज व देखभाल कैसे करें , की जानकारी प्रदान की गई। लॉन्ग कोविड सिंड्रोम वो लक्षण है जिसमें कोविड संक्रमित मरीजों को कई प्रकार की तकलीफ संक्रमण मुक्त होने के बाद भी बनी रहती है। डेडिकेटेड कोविड अस्पताल गरियाबंद के इंचार्ज डॉ जय कुमार पटेल के द्वारा बताया गया कि इस सत्र में चंड़ीगढ़ के विख्यात कार्डियोलॉजिस्ट डॉ गुरुप्रीतसिंह द्वारा बताया गया कि युवा व्यक्ति में भी यह देखा गया है कि कोविड का संक्रमण उनके दिल में असर कर रहा है , परिणाम स्वरूप उन्हें हार्ट फेल की समस्या कम उम्र में ही आगे चलकर देखने को मिल सकती है। इंदौर से इंडोक्राइनोलाजिस्ट डॉ भारत साबू द्वारा बताया गया कि कोविड के कारण कई ऐसे मरीजों को शुगर की बीमारी हो जा रही है जिन्हें पहले ऐसी बीमारी नही थी , साथ शुगर के मरीजों में शुगर का लेवल बहुत बढ़ जा रहा है , जिसके लिए इन्सुलिन देना पड़ रहा है। डॉ मनोज साहू मनोचिकित्सक द्वारा जानकारी दी गई कि कोविड के मरीजों में मानसिक अवसाद , नींद की कमी, चिड़चिड़ापन, घबराहट तथा अन्य मानसिक समस्यायें देखने को मिल रही है। जिनका समय रहते उपचार प्रारम्भ किया जाना जरूरी रहता है।
डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में ओपीडी की होगी शुरुवात
डॉ जय कुमार पटेल एमडी मेडिसिन इंचार्ज डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल द्वारा बताया गया कि इस सत्र का आयोजन एपीआई छत्तीसगढ़ द्वारा किया गया था एवं जल्द ही नये वर्ष से जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ नवरत्ने के मार्गदर्शन तथा डॉ नेमेश साहू के सहयोग से विशेष पोस्ट कोविड ओपीडी का संचालन डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल में प्रारम्भ किया जायेगा। जिससे कोविड संक्रमण से ठीक हो चुके लोगों का फालोअप लिया जायेगा , साथ ही डायबिटीज ,बीपी , हृदय रोग , किडनी व लिवर संबंधी रोगों का इलाज गरियाबंद में ही प्रारम्भ हो जाये तथा मरीजों को कही और भटकना नही पड़ेगा व रायपुर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वर्तमान में इस तरह के ओपीडी की सुविधा मेडिकल कॉलेजों में ही उपलब्ध है।