- कृषि बिल को लेकर के जो बंद रहा आस-पास के गांव में भी बंद देखने को मिला
अक्कू रिजवी/ कांकेर। कृषि बील को लेकर भारत बंद का असर ज़िले में भी देखा गया । एक दिन पहले ही बंद को लेकर किराना व्यापारी , जरनल व्यापारी संघ सहित चेम्बर आफ कामर्स ने समर्थन दिया था । आज सुबह से ही भारत बंद को लेकर व्यापारियों ने अपने अपने प्रतिष्ठाने बंद कर समर्थन दिया । सुबह से ही कांग्रेस नेताओं ने सड़क पर उतर कर जो सुबह से दुकान खुल जाती है उन्हें बंद कराने की अपील कर बंद कराया । बता दें ज़िले में भारत बंद का व्यापक असर रहा । कांग्रेस के समर्थन के बाद अब किराना जरनल सहित चैंबर ने भी भारत बंद का अपना समर्थन दे दिया है। चैंबर ने भारत बंद को लेकर व्यापार को बंद रखने का फैसला लिया किया । हालांकि पेट्रोल पंप खुले रहें , जबकि अन्य दुकानें बंद रही। किसान आंदोलन के समर्थन में किसान संगठनों ने भारत बंद का ऐलान किया था। केंद्र सरकार के किसान विरोधी काले कानूनों के खिलाफ देशभर में किसानों द्वारा किए जा रहे आंदोलन तथा आज के भारत बंद के समर्थन में समस्त कांकेर जिला उठ खड़ा हुआ है तथा आज सारे जिले में शत प्रतिशत बंद है। ज्ञातव्य है कि बंद को कांग्रेस सहित 20 विभिन्न दलों ने समर्थन दिया है तथा छत्तीसगढ़ में व्यापारियों का सबसे बड़ा संगठन चेंबर ऑफ कॉमर्स भी किसानों के पक्ष में भारत बंद का समर्थन कर रहा है। विशेषकर कांकेर में तो आज प्रातः से ही स्वस्फूर्त बंद का माहौल दिखाई देने लगा था। बंद करने के लिए किसी को बाध्य करने या प्रार्थना निवेदन करने की जरूरत ही नहीं पड़ रही थी। समस्त छोटे बड़े व्यापारियों ने किसानों के आंदोलन के समर्थन में राजी खुशी से अपनी दुकानें बंद कर दी थी, तथा इस तरह केंद्र सरकार के कृषि विरोधी काले कानूनों के विरुद्ध किसानों के समर्थन में एकजुटता प्रदर्शित कर दी थी। कांकेर क्षेत्र के किसान नेता नितिन पोटाई ,नरोत्तम पटौदी, महेंद्र यादव आदि ने बंद में सहयोग देने हेतु कांकेर जिले वासियों को बधाईयां दी हैं तथा आभार व्यक्त किया है। अंतागढ़ क्षेत्र से समाचार है कि वहां सामाजिक कार्यकर्ता तथा किसान नेता दुर्गेश ठाकुर, विश्राम सिंह, शेख शफी कुरैशी, अखिलेश श्रीवास्तव, नरेंद्र वर्मा, वीरेंद्र पटेल, वीर सिंह उसेंडी, राकेश गुप्ता, निसार अहमद आदि ने किसानों के समर्थन में बंद को महा बंद का रूप देने में सफलता प्राप्त की तथा आम जनता को बंद से जो भी असुविधा हुई हो उसके लिए क्षमा मांगी है।