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प्राकृतिक सौन्दर्य के बीच मनाया गया कांदाडोंगर दशहरा पर्व

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  • देवी देवताओ की सवारी निकाल किया शक्ति प्रदर्शन
    रामायण काल का इतिहास लपेटे कांदाडोंगर प्रसिध्द धार्मिक स्थल, पर्यटन की उठी मांग
    पुलस्त प्रसाद/ मैनपुर।   विजयादशमी के अवसर पर गरियाबंद जिले के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल कांदाडोंगर में दशहरा पर्व धूमधाम से मनाया गया इस खूबसूरत पर्वत में चैरासीगढ़ के देवी माँ कुलेश्वरी विराजित हैं जिनके दर्शन के लिए हर वर्ष विजयादशमी के दिन भारी तादात में लोगों का तांता लगा रहता है। यहाँ पर पौराणिक परम्परा एवं संस्कृति के आधार पर चैरासीगढ़ के देवी माँ कुलेश्वरी-खम्बेश्वरी और कचनाधुर्वा झांकर पुजारीयों ने एकत्रित होकर विधि विधान से पूजा-अर्चना कर अस्त्र शास्त्रों की पूजा पाठ किया तथा क्षेत्रवासियों के सुख-समृद्धि की कामना की। मान्यता के अनुसार कहा जाता है कि श्री राम अपने अनुज भ्राता लक्ष्मण के साथ सीता माता की खोज में दंडकारण्य कहे जाने वाले इस कांदाडोंगर में कुछ पल बिताकर यहाँ के कन्दमूल खाए थे तथा इस पर्वत में स्थित जोगीमठ (गुफा) में तपस्यारथ रहे सरभंग ऋषि से भेंट किया था इतना ही नही बल्कि उन्होंने ऋषि के संग इस पर्वत में विराजित माँ कुलेश्वरी की पूजा आराधना के साथ आशीर्वाद प्राप्त करके यहाँ से भद्राचलम की ओर प्रस्थान किए थे जब श्री राम ने रावण का वध किया तब इसकी खबर सुनकर इस वनांचल चैरासीगढ़ के देवी-देवताओं ने अपने ध्वज पताका सहित इस खूबसूरत पर्वत के निचे एकत्रित होकर असत्य पर सत्य की जीत की खुशी में सुवा नृत्य किए थे तबसे लेकर आज तक यहाँ पर ऐतिहासिक दशहरा पर्व धूमधाम से मनाया जाता है और आज भी यहाँ देवी-देवता नृत्य करते नजर आते हैं जो श्रद्धालु भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहता है। ज्ञात हो कि इस वर्ष कोरोना वायरस के कारण कोविड-19 के नियमों के परिपालन में मड़ई-मेला के आयोजन को स्थगित कर दिया गया था जिसके कारण दूकान से जुड़े व्यवसायियों को दूकान खोलनें अनुमति नही दी गई थी लेकिन कांदाडोंगर दशहरा में पूर्व वर्ष की भांति श्रध्दालुओ की भीड़ कम रही इतिहास में ऐसा पहिली बार हुआ कि कांदाडोंगर जैसे ऐतिहासिक धार्मिक स्थल में जहाँ एक तरफ पहले हजारों की तादात में भीड़ के साथ दुकानें लगती थी वह भी कोरोना वायरस की भेँट चढ़ गई। इस क्षेत्र के लोगो ने रामायण कालीन इतिहास लपेटे कांदाडोंगर धार्मिक स्थल को पर्यटन स्थल के रूप मे विकसित कर यहा पर्यटन की सारी सुविधाएं मुहैया कराने की मांग किये है।
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