- थे्रसर मशीन में फंसे धान को बाहर निकालने के दौरान युवक हुआ हादसे का शिकार, नौसिखिए ट्रैक्टर ड्राइवर को स्टेयरिंग थमाना पड़ा महंगा
आफताब आलम/ बलरामपुर। बलरामपुर जिले के डिंडो चौकी अंतर्गत ग्राम विमलापुर में सोमवार की शाम थ्रेसर में काम कर रहा एक युवक गलती से मशीन के भीतर चला गया, जिससे शरीर का ऊपरी हिस्सा बुरी तरह पीस गया व उसकी दर्दनाक मौत हो गई।
दरअसल थ्रेसर में फंसे धान को निकालने के दौरान पहले हाथ मशीन में फंस गया फिर मशीन ने पूरी शरीर को अपनी ओर खींच लिया। थ्रेसर में फंसे युवक के शव को मंगलवार को निकाला गया। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के डिंडो चौकी अंतर्गत ग्राम विमलापुर का बंधु पंडो उम्र 30 वर्ष अपने घर के बगल में ही रहने वाले धर्मजीत पोयाम के यहां थ्रेसर मशीन से धान कटाई का काम करने गया था। थ्रेसर गांव के ही रसीद खान का था। इसी दौरान थ्रेसर में धान फंस गया था, जिसे थ्रेशर को बिना बंद किए नौसिखिया ड्राइवर के साथ निकालने का प्रयास किया जा रहा था।इसी दौरान बंधु थ्रेशर के अंदर चला गया एवं मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना पर डिंडो पुलिस मौके पर पहुंची जिसके द्वारा मंगलवार को शव निकलवाकर पीएम कराने के बाद परिजन को सौंप दिया गया। इस संबंध में पिछड़ी जनजाति समाज कल्याण समिति के प्रांतीय अध्यक्ष उदय पंडो ने कहा कि गांव में पैसा बचाने के चक्कर में नौसिखिया ड्राइवरों को ट्रैक्टर चलाने के लिए एवं अन्य चार पहिया वाहन चलाने के लिए दे देते हैं जिनके पास लाइसेंस भी नहीं रहता है। इससे आए दिन ऐसी घटनाएं हो जा रही है। इस पर तत्काल रोक लगाए जाने की आवश्यकता है।
थ्रेशर बंद कर देते तो नहीं होती घटना
बंधु जब थ्रेसर से धान की कटाई कर रहा था तब धान थ्रेसर में फंस गया था जिसे बंद करके निकालना चाहिए था परंतु उसे बंधु एवं ड्राइवर के द्वारा बिना बंद किए ही निकाला जा रहा था जिस कारण पहले बंधु का हाथ गया, उसके बाद पूरा शरीर थ्रेशर के अंदर चला गया।
2 घंटे की मशक्कत के बाद निकला शव
थ्रेसर में इस प्रकार से शव फंस गया था कि उसे निकालना बहुत मुश्किल हो रहा था। थ्रेसर को खोलकर जेसीबी का प्रयोग किया गया जिसके बाद ही शव को 2 घंटे बाद निकाला जा सका। बंधु पंडो का कमर के ऊपर से पूरा शरीर का हिस्सा बुरी तरीके से पीस गया था।
दो मासूमों के सिर से उठा पिता का साया
बंधु पंडो का 1 वर्षीय पुत्र एवं 3 वर्षीय पुत्री है। बंधु के आकस्मिक मृत्यु के बाद दोनों बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया। बंधु अपने घर का इकलौता कमाऊ सदस्य था। युवक की मौत से उसके परिजनों में मातम पसरा हुआ है।