- रमन भाजपा अपनी सत्ता बचाने 15 साल तक नकली आदिवासी को कानूनी कार्यवाही से बचाते रहे-कांग्रेस
- नकली आदिवासी और भाजपा का सांठगांठ जगजाहिर
रायपुर : अमित जोगी रिचा जोगी के जाति प्रमाण पत्र निरस्त होने के बाद उनके बचाव में उतरे रमन भाजपा पर कांग्रेस ने तीखा प्रहार किया प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि रमन भाजपा अपनी सत्ता बचाने के लिए 15 साल तक नकली आदिवासी को कानूनी कार्यवाही से बचाते रहे है।पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह धरमलाल कौशिक ने अमित जोगी रिचा जोगी के जाति प्रमाण पत्र निरस्तीकरण के कार्यवाही को गलत ठहरा कर प्रदेश के आदिवासी समाज का अपमान किया है। जबकि भाजपा के ही वरिष्ठ नेता नंदकुमार साय पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर सहित भाजपा से जुड़े आदिवासी नेतागण भी नकली आदिवासी के जाति प्रमाण पत्र निरस्तीकरण को जायज ठहरा रहे हैं और छत्तीसगढ़ के आदिवासी समाज को 15 साल बाद न्याय मिलना बता रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय आदिवासी समाज के सामने अपनी राय स्पष्ट करें? क्या वो भी पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह नेताप्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक की तरह ही अमित जोगी रिचा जोगी के जाति प्रमाण पत्र निरस्तीकरण के खिलाफ़ हैं? विष्णुदेव साय बताएं 2003 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अजीत जोगी को नकली आदिवासी घोषित कर प्रदेश में चुनाव लड़ा था और उस दौरान नेता प्रतिपक्ष नंद कुमार साय ने उनके जाति प्रमाण पत्र को लेकर आपत्ति दर्ज कराए थे क्या ये भाजपा की भूल थी? क्या 2003 में भाजपा ने राजनीतिक स्वार्थ के चलते आदिवासी समाज को गुमराह किया था? जोगी परिवार पर नकली आदिवासी होने का आरोप लगाकर चुनाव लड़ने वाली भाजपा 15 साल तक अजीत जोगी अमित जोगी के जाति प्रमाण पत्र पर उचित कार्यवाही क्यों नहीं की?प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा ने 2003 में अजीत जोगी को नकली आदिवासी बताकर चुनाव लड़ा और सत्ता की प्राप्ति की उसके बाद 15 साल तक नकली जाति प्रमाण पत्र धारी को भाजपा अपने राजनीतिक स्वार्थ की सिद्धि और सत्ता लोलुपता के चलते संरक्षण दिया। भाजपा को रमन सिंह के आदिवासी विरोधी कृत्य से प्रदेश के आदिवासी समाज का हक अधिकार का हनन हुआ उसके लिए प्रदेश के ढाई करोड़ जनता से और आदिवासी समाज से माफी मांगना चाहिए। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि नकली जाति प्रमाण पत्र के आधार पर मरवाही की जनता के हक अधिकार का हनन करने वालों को मरवाही के घर घर में जाकर प्रायश्चित करना चाहिए माफी मांगना चाहिए।