नारायणपुर : गुडरी पारा में नक्सल पीड़ित युवा समिति का प्रथम बैठक आयोजित हुआ जिसमें अध्यक्ष महेश वड्डे, उपाध्यक्ष कल्पना तेता और सचिव किशोर कर्मा को बनाया गया । मिली जानकारी अनुसार बैठक आयोजित कर समिति बनाने का मुख्य कारण उपाध्यक्ष कल्पना तेता ने बताया जिले के अबूझमाड़ और दुर्गम क्षेत्र के दर्जनों गांवो के सैकड़ों लोग आज गुडरीपारा और शांति नगर में आकर बस गए है। जिसमें युवक युवतियां भी अपनी अपनी परिवार के साथ यहाँ आकर रह रहे है। इनका कहना है कि नक्सल पीड़ित परिवार में कई लड़के लड़कियां हैं जिनका आज तक शासन प्रशासन या समाज को भी जानकारी नहीं है कि अबूझमाड़ से आकर कितने लोग यहां पर आकर रह रहे हैं। बताते है वर्ष 2013-14 में लगभग 300 परिवार नक्सल पीड़ित परिवार के नाम से गुडरीपारा में निवासरत है। परंतु आज की स्थिति में 800 – 900 परिवार है जो कि शांतिनगर के आसपास रह रहे है, किसी को पता भी नही है।
आज बैठक आयोजित कर युवा साथियों ने एक संगठन बनाया । नक्सल पीड़ित परिवारों के सदस्यों के साथ शासन प्रशासन से अपने हक की लड़ाई और परिवार को मिलने वाली सुविधा के लिए आवाज उठाने हेतु समिति गठित किया है। बताते हैं कि हर वार्ड में समिति गठित कर नक्सल पीड़ित परिवार के सदस्यों का सर्वे कर युवक-युवतियों को जोड़कर इसके विषय मे जानकारी भी प्रदाय की जाएगी, ताकि यह पता चले कितने परिवार और कितने युवक युवतियां नक्सल पीड़ित परिवार से आते हैं। अपनी सुविधा के लिए जमीन, नौकरी और मुआवजा हक के लिए लड़ सके, साथ में किसी भी नक्सल पीड़ित परिवार के साथ अत्याचार हो रहा हो उसे न्याय और दुख सुख में हमेशा खड़ा रहने हेतु गांव की घोटुल प्रथा को बनाए रखने के लिए भी कहा और आज बैठक कर समिति बनाया गया है। जिसमें 28 लड़कियां और 22 लड़के समिति के सदस्य रहेंगे।
दो माह पहले गुडरीपारा और शांतिनगर में पुलिस अधीक्षक के प्रयास व शासन प्रशासन के माध्यम से शिविर आयोजित किया गया।
सबसे पहले करुणा फाउंडेशन ने निवासरत लोगों के बारे में पता करने घर घर सर्वे का कार्य भी किया । करुणा फाउंडेशन के प्रयास एसपी के मार्गदर्शन में बीते दिनों शिविर लगाकर इस गुडरीपारा और शांति नगर में लोगों को सुख सुविधाओं से जोड़ने का प्रयास किया गया है जो कि इस शिविर के माध्यम से लाभान्वित भी हुए ।