छत्तीसगढ़। मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना) श्रमिकों के मजदूरी भुगतान के लिए केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा छत्तीसगढ़ के लिए 45 करोड़ 80 लाख रूपए जारी किए गए हैं। प्रदेश में चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 में मनरेगा के अंतर्गत अब तक 25 लाख 98 हजार परिवारों को सीधे रोजगार उपलब्ध कराते हुए 2091 करोड़ 90 लाख रूपए से अधिक का मजदूरी भुगतान किया जा चुका है। इसमें राज्य सरकार द्वारा मनरेगा श्रमिकों को उपलब्ध कराए गए 50 अतिरिक्त दिनों के रोजगार के एवज में 94 करोड़ 82 लाख रूपए का मजदूरी भुगतान भी शामिल है। इस दौरान सामग्री मद में भी 384 करोड़ 12 लाख रूपए का भुगतान किया गया है।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने बताया कि प्रदेश के लिए इस साल स्वीकृत कुल 13 करोड़ 50 लाख मानव दिवस लेबर बजट के विरुद्ध प्रदेश में अब तक नौ करोड़ 44 लाख मानव दिवस रोजगार सृजित हो चुका है। चालू वित्तीय वर्ष में पांच महीने से भी कम समय में ही साल भर के लक्ष्य का लगभग 70 फीसदी हासिल कर लिया गया है। प्रदेश में मनरेगा जॉबकॉर्डधारी 79 हजार 280 परिवारों को सौ दिनों का रोजगार उपलब्ध कराया जा चुका है।