रायपुर। राज्य सरकार राज्यवासियों के बेहतर स्वास्थ्य के प्रति गंभीर है. कोरोनाकाल में लोगों के स्वास्थ्य को लेकर किसी तरह का जोखिम नहीं लिया जा सकता, जिससे कि झारखंड महामारी के बुरे दौर में चला जाए.देवघर का विश्वप्रसिद्ध श्रावणी मेले का इस बार आयोजन नहीं हो सकेगा. झारखंड सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे से बचने के लिए इस साल सालाना आयोजन को स्थगित करने का निर्णय लिया है. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दुमका और देवघर के उपायुक्त को इस बात की जानकारी दी.राज्य सरकार राज्यवासियों के बेहतर स्वास्थ्य के प्रति गंभीर है. कोरोनाकाल में लोगों के स्वास्थ्य को लेकर किसी तरह का जोखिम नहीं लिया जा सकता, जिससे कि झारखंड महामारी के बुरे दौर में चला जाए. इस वजह से राज्य सरकार ने श्रावणी मेले का आयोजन इस वर्ष नहीं करने का निर्णय लिया है. राज्य सरकार के आपदा प्रबंधन सचिव अमिताभ कौशल ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने पहले ही धार्मिक सभा, समागम आदि पर रोक लगा रखी है.झारखंड हाई कोर्ट में 03 जुलाई को श्रावणी मेला 2020 के मामले में सुनवाई हुई. श्रावणी मेला और कांवर यात्रा के मामले में हाई कोर्ट का फैसला आ गया है. आदेश के अनुसार श्रावणी मेला का आयोजन नहीं होगा. कांवर यात्रा नहीं होगी. हाई कोर्ट ने सावन में देवघर मंदिर की पूजा को ऑनलाइन दर्शन कराने का सरकार को आदेश दिया. निशिकांत दुबे ने यहां श्रावणी मेला और कांवर यात्रा को नियम-शर्तों के साथ चालू करने की अपील की है.हाई कोर्ट के आदेश के अनुसार सावन के पहले दिन से ही बाबाधाम की पूजा का ऑनलाइन दर्शन शुरू हो जाएगा. देवघर में श्रावणी मेला और कांवर यात्रा का आयोजन नहीं होगा. अदालत ने यूपी, बिहार सहित अन्य जगहों पर कांवर यात्रा शुरू नहीं करने का भी हवाला दिया.मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि अभी संक्रमण का दौर है और मंदिर में श्रद्धालु नहीं आ रहें हैं. प्रोटोकॉल के तहत सिर्फ पुजारी भगवान की आराधना कर रहें हैं. श्रद्धालु नहीं आ रहें हैं, ऐसे में दुमका और बासुकीनाथ मंदिर परिसर के भीतरी और बाहरी परिसर का निरीक्षण जिला प्रशासन करे, जहां भी किसी तरह की मरम्मत, निर्माण, बदलाव और श्रद्धालुओं की सुविधाओं को देखते हुए कार्य करने की आवश्यकता हो तो यथाशीघ्र करें.मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने साफ कर दिया है कि कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए सरकार ने इस बार देवघर के विश्वप्रसिद्ध श्रावणी मेले का आयोजन नहीं कराने का फैसला लिया है. उन्होंने यह भी घोषणा की है कि देवघर और बासुकीनाथ के वैसे प्रभावित लोगों को सरकार विशेष पैकेज देगी, जो रोजी-रोजगार के लिए इस मेले पर आश्रित रहते हैं.हर साल सावन महीने में देवघर में श्रावणी मेला के आयोजन होता रहा है. इस दौरान देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु कांवर लेकर देवघर पहुंचते हैं और बाबा बैद्यनाथ मंदिर में जलार्पण करते हैं. यहां से फिर श्रद्धालु दुमका जाकर बासुकीनाथ मंदिर में पूजा-पाठ करते हैं. ये परंपरा सालों से चली आ रही है. लेकिन कोरोना के चलते इस बार देवघर में श्रावणी मेले का आयोजन नहीं होगा. यह मेला एक महीने तक चलता था.