बागबाहरा | गिरवी (अमानत राशि) के लिए सोना ,जमीन एवं समान रखना तो आम बात है मगर जब गिरवी के लिए किसी आदमी को रखा जाए तो आश्चर्यजनक बात है । कुछ रकम के लिए गांव के एक व्यक्ति को उड़ीसा के ईंट भट्ठे में 3 माह से गिरवी रख दिया गया है । वैसे
पलायन के नाम पर महासमुन्द जिला का बागबाहरा ब्लॉक पूरे छेत्र में बहुचर्चित जगह है प्रत्येक वर्ष इस ब्लॉक के ग्रामो से हजारों मजदूर इट भट्ठों में काम करने के लिए दलालों के माध्यम से उत्तर प्रदेश , झारखंड , उड़ीसा जाते है ।
*गिरवी में है पति – गिरवी में है पति छुड़ाऊ कैसे यही व्यथा के साथ बागबाहरा ब्लॉक के ग्राम पंचायत बकमा निवासी बहुरा बाई यादव पिछले 3 माह से अपने पति रेवाराम यादव की राह देख रही है । बतादे की रेवाराम यादव कटक (उड़ीसा) के राजा ईंट भट्ठे में काम करने के लिए मजदूर दलाल महेंद्र नायक के साथ गया हुआ था लेकिन अब तक नही लौटा है उनके साथ गए सभी मजदूर उड़ीसा से वापस लौट गए है साथ ही रेवाराम का पूरा समान भी घर आ गया है बस रेवाराम अब तक नही लौट पाया । रेवाराम की पत्नी बहुरा बाई ने मजदूर दलाल के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पति को ईट भट्ठे में दलाल द्वारा डेढ़ लाख रुपये में ईंट भट्ठा मालिक के पास गिरवी रख दिया है । 3 माह से बहुरा बाई अपने पति की राह देख रही है अपने 13 वर्षीय बच्चे के साथ बकमा में अपनी पति के आने की राह देख रही है शासन प्रशासन से पति को वापस बुलाने की गुहार लगा रही है ।
असहाय है बहुरा बाई -* बहुरा बाई यादव शारीरिक कमजोर है हाथ भी इतने कमजोर है कि किसी भी क़ाम के लिए दूसरे पर निर्भर रहती है ऐसे में गिरवी में रखे पति को इट भट्ठे से छुड़ाना काफी मुश्किल है । कमजोर होने की वजह से बहुरा बाई को खाने के भी लाले पड़े हुए है ।
*स्वराज त्रिपाठी (थाना प्रभारी बागबाहरा) -* बहुरा बाई यादव का आवेदन मिला है हमारे द्वारा त्वरित कारवाही करते हुए ईट भट्ठा मालिक से संपर्क कर रेवाराम राम यादव को वापस भेजने के लिए कहा है जल्द ही रेवाराम अपने घर मे होगा ।
गिरवी वाले मामले में रेवाराम के आने के बाद बयान लेकर उचित कार्यवाही करेंगे ।