रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ में बिजली की दर बढ़ाये जाने को जनता का शोषण निरूपित करते हुए राज्य सरकार से इस मूल्यवृद्धि को वापस लिए जाने पर जोर दिया है। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि
बिजली बिल हॉफ करने का झांसा देकर सत्ता में आई कांग्रेस सरकार लगातार जनता की जेब साफ कर रही है। जनता के मेहनत के पैसों पर डाका डाल रही है। बिजली कंपनी को लूटमार कंपनी बना दिया गया है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बिजली मीटर रीडिंग और बिल बांटने का ठेका देने वाली सरकार आम जनता को बिजली के झटके महसूस करा रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कांग्रेस की राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह
सरकार अभी 4 साल पूरे नहीं कर पाई है लेकिन लगभग 4 बार बिजली के बिल बढ़ाकर जनता की जेब काटने का काम किया है। इस बार तो हद हो गई। बिजली के दाम सीधा 13 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ा दिए गए हैं जिससे 900 रुपये का बिल भरने वाले लोगों को 120 रुपये ज्यादा देने होंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि अभी कुछ महिने पहले ही भूपेश सरकार ने बिजली के दाम 10 से 15 पैसे प्रति यूनिट बढाये थे और अब 30 पैसे बढाकर आम जनता की कमर तोडने का काम किया है। बिजली व्यवस्था में सुधार तो भूपेश बघेल कर नहीं रहे लेकिन बिजली को वसूली का कारोबार जरूर बना दिया है। भाजपा शासनकाल में बिजली जाती नहीं थी। सस्ती बिजली मिलती थी। किसानों को बिजली के लिए तरसना नहीं पड़ता था। अब स्थिति यह है कि कोई ठिकाना नहीं है कि कब बिजली जायेगी और जाने कब आयेगी। सरकार का सारा ध्यान इस पर है कि जनता को कैसे निचोड़ा जाए।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार उन बेहद चुनिंदा सरकारों में है जो जनता से किये वादों के उलट काम कर रही है। पंजाब में कांग्रेस ने यही किया और साफ हो गई। भूपेश बघेल तो वादाखिलाफी में पंजाब की पिछली कांग्रेस सरकार से दस कदम आगे हैं। जनता को राहत देने की बजाय उससे लूट खसोट हो रही है। छत्तीसगढ़ की जनता की मेहनत का पैसा अपने आलाकमान को दिल्ली भेज रहे हैं। उन्होंने सवाल किया है कि आखिर बिजली की कीमत बढाकर कांग्रेस सरकार कौन से चुनाव की तैयारी कर रही है?