प्रांतीय वॉच

जनहित के मामले को लेकर कलेक्टर से मिले भाजपाई

Share this

 

स्वाधीन जैन

बालोद। बीजेपी शहर मंडल बालोद के नेतृत्व में भाजपाई जिला कलेक्टर गौरव कुमार सिंह से मुलाकात कर जनहित के मामले सहित मुख्य समस्याओं से अवगत करवाया। उन्होंने जिला चिकित्सालय में रिक्त पद एवं व्याप्त समस्याओं से अवगत करते कलेक्टर को बताया कि जिले में शासकीय स्वास्थ्य सेवाओं की हालत बेहद खराब है। जिला अस्पताल जहां डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे हैं, तो अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टर ही नहीं हैं। अस्पताल को मेडिसिन विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ, अस्थिरोग विशेषज्ञ की आवश्यकता है। जिला चिकित्सालय में 14 स्पेशलिस्ट डॉक्टरों के पद स्वीकृत होने के बावजूद महज 4 डॉक्टरों के भरोसे अस्पताल का संचालन किया जा रहा है। इसी प्रकार मातृ शिशु चिकित्सालय में वर्तमान में 9 स्टाफ पदस्थ है जबकि 80 पद स्वीकृत है। यहां 6 विशेषज्ञ एवं पीजीएम डॉक्टरों की आवश्यकता है। चौकिदार की पदस्थापना की जानी चाहिए। डॉक्टर आवासीय परिसर में बिजली पानी तक की सुविधा नहीं है। अस्पताल में सिटी स्केन और मरीजो के परिजनों के लिए प्रतीक्षालय का निर्माण किया जाना चाहिए। केंटीन की सुविधा होनी चाहिए।

जिला अस्पताल में सुविधाओं और डॉक्टरों का अभाव

भाजपाइयों ने कलेक्टर गौरव कुमार सिंह को बताया कि जिले में प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों से मरीजों को प्राथमिक उपचार देकर बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया जाता है, लेकिन जिला अस्पताल से भी गंभीर मरीजों को बाहर रेफर कर दिया जाता है। शासन भले ही सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य परीक्षण सहित उपचार और दवाओं पर भारी भरकम बजट खर्च कर रहा है, लेकिन मैदानी स्तर पर मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। जिला अस्पताल में सुविधाओं और डॉक्टरों का अभाव है। भाजपाइयों ने जिला अस्पताल में व्याप्त समस्या और मूलभूत आवश्यकताओं का जल्द से जल्द निस्तारण करने की मांग की है। उक्त अवसर पर प्रदेश भाजपा के मंत्री राकेश यादव, बालोद शहर मंडल के अध्यक्ष सुरेश निर्मलकर, जिला भाजपा के पूर्व मंत्री पालक ठाकुर, मंडल महामंत्री संतोष कौशिक, नरेंद्र सोनवानी, राजेश दीवान आदि मौजूद रहे।

केंद्रीय विद्यालय को तरस रहा जिला मुख्यालय ●

भाजपा के प्रदेश मंत्री राकेश यादव ने कलेक्टर से मुलाकात के दौरान बालोद ज़िला मुख्यालय पर केंद्रीय विद्यालय खोलने के बारे में आग्रह करते हुए कहा कि बालोद जिला बने एक दशक से ज्यादा बीत गए पर आज भी बालोद का जिला मुख्यालय एक केंद्रीय विद्यालय को तरस रहा है। जिसका खामियाजा आम जनता और विद्यार्थियों को उठाना पड़ रहा है। प्रदेश मंत्री ने विद्यार्थियों के बेहतर भविष्य की चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों को बेहतर और उच्च शिक्षा उपलब्ध करवाना हमारा नैतिक दायित्व है जिसे पूरा किया जाना चाहिए।

सरकारी सुविधा प्राप्त करने तय करनी पड़ती है 65 से 70 किलोमीटर की दूरी ●

शहर मंडल के अध्यक्ष सुरेश निर्मलकर ने बताया कि खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा राज्य सरकार एवं भारत सरकार की योजनाओं का सम्यक रूप से संपादन नही किया जा रहा है। बालोद खेल एवं युवा कल्याण विभाग का जिला कार्यालय डौंडी में खोला गया, जो सही नही है। भौगोलिक दृष्टिकोण से देखे तो दुर्ग, धमतरी और राजनांदगांव जिले के सीमा क्षेत्र से लगे बालोद जिले की खेल प्रतिभा को सरकारी सुविधा प्राप्त करने 65-70 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। तहसील मुख्यालय पर खेल एवं युवा कल्याण से जुड़े जिला स्तर का ऑफिस चलने की वजह से खेल प्रतिभाओं और युवाओं को परेशान होना पड़ रहा है। जबकि जिला मुख्यालय में सर्व सुविधायुक्त सरयू प्रसाद अग्रवाल स्टेडियम उपयोग के अभाव में जर्जर और उजाड़ हो चुका है। करोड़ों रुपए की लागत से बने जिला मुख्यालय के इस स्टेडियम में खेल एवं युवा कल्याण विभाग के जिला कार्यालय का संचालन किया जाए।

Share this

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *