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रमन सिंह का 15 साल का महिला विरोधी कार्यकाल अभी छत्तीसगढ़ के लोग भूले नहीं है – सुनील सिंह

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आफताब आलम/बलरामपुर। हाथरस की घटना पर लीपापोती करने छत्तीसगढ़ की घटनाओं पर टीका टिप्पणी कर रहे भाजपा के नेताओं पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया व्यक्त की। जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सुनील सिंह ने कहा कि भाजपा हाथरस की घटना पर लीपापोती करने के लिए झूठ का सहारा ले रही है। छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा तो पीडि़तों को न्याय दिलाने और अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजने हर मामले में तत्काल कड़ी कार्यवाही की गयी। जिला कांग्रेस कमेटी बलरामपुर के प्रवक्ता सुनील सिंह ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी प्रियंका गांधी और कांग्रेस पार्टी देश के हर पीडि़त के साथ खड़े हैं। पीडि़तों को न्याय देने के बजाय भाजपा की सरकारें तो अपराधियों को बचाने में पूरे घटनाक्रम में लीपापोती करने में जुटी है। हाथरस में पीडि़त के परिवार के साथ योगी सरकार के द्वारा की जा रही दुर्व्यवहार भाजपा के अपराधियों को संरक्षण देने की प्रवृत्ति को उजागर करता है। छत्तीसगढ़ में रमन सिंह का 15 साल का महिला विरोधी कार्यकाल अभी छत्तीसगढ़ के लोग भूले नहीं है। तथ्यों को तोडऩे मरोडऩे छिपाने और बदलने की राजनीति अब बंद करें रमन सिंह और उनके पिछलग्गू भाजपा नेता, क्योंकि जिस तरह से भाजपा की इस राजनीति को छत्तीसगढ़ के लोग 2018 में ही खारिज कर चुके हैं, अब देशभर में इस तरह से शेर की खाल ओढ़ कर खाल के पीछे छुपे भेडि़ए को अब लोग पहचानने लगें हैं । झूठ बोलने और प्रपंच फैलाने की राजनीति का दौर अब छत्तीसगढ़ में बीत चुका है, और देश से भी यह दौर जाने वाला है।यह सच है कि जम्मू कठुआ उन्नाव हाथरस उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जैसी अनेक घटनाओं में भाजपा नेताओं का अपराधियों को का संरक्षण प्राप्त रहा या भाजपा के जनप्रतिनिधि और भाजपा के नेता सम्मिलित रहे। कांग्रेस प्रवक्ता सुनील सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अपने ऊपर दाग़ लगते ही दूसरों के दाग गिनाने लगती है? उत्तर प्रदेश में हाथरस की दुखद, दर्दनाक और दिल दहला देने वाली घटना का जवाब देने की बजाय वह कभी राजस्थान का नाम लेती है तो कभी छत्तीसगढ़ का जिला कांग्रेस के प्रवक्ता सुनील सिंह ने कहा है कि पहले भाजपा को हाथरस की लीपापोती का जवाब देना होगा, फिर बलरामपुर और भदोही का भी जवाब देना होगा।उन्होंने कहा है कि बलात्कार की घटनाएं अमानवीय ही होती हैं और इसकी पीड़ा को किसी भी सूरत में कम नहीं किया जा सकता। बलात्कार की घटनाएं कहीं भी हो किसी के भी साथ हो बेहद गंभीर हैं और मानवता के विरुद्ध अपराध हैं लेकिन बलात्कार की घटनाओं के बाद उत्तर प्रदेश की अजय सिंह बिष्ट सरकार ने जिस तरह से इस पर लीपापोती करने की कोशिश की, पीडि़ता के शव को जलाया और परिवार को प्रलोभन दिया, वह बेहद गंभीरतम और अफ़सोसनाक है। जिला कांग्रेस के प्रवक्ता सुनील सिंह ने कहा है कि आज रमन सिंह, उनके पिछलग्गू नेता और रमनसिंह की बी टीम बलात्कार की घटना पर व्यथित होने का झूठा दिखावा कर रहे हैं लेकिन आंकड़ों में दर्ज है कि छत्तीसगढ़ में रमनसिंह के 15 साल के कार्यकाल में क्या हुआ। एक समय था जब एनसीआरबी के आंकड़ों में छत्तीसगढ़ का दुर्ग बलात्कार की राजधानी बन गया था और उस समय भी मुख्यमंत्री रमन सिंह ही थे.मीना खल्खो और मड़कम हिड़में के साथ क्या हुआ था, छत्तीसगढ़ के अबोध और मासूम बेटियों के साथ क्या हुआ था। यह तो रमनसिंह आज तक बोल नहीं पाते. छत्तीसगढ़ के लोग इस बात को कभी भूल नहीं सकते की नसबंदी कांड गर्भाशय कांड और झलिया मारी कांड जैसे बड़े-बड़े महिलाओं के खिलाफ अपराध रमन सिंह के कार्यकाल में ही हुए,। पूरे देश में भाजपा के जनप्रतिनिधि विधायक नेता या तो शामिल रहे या संरक्षण दिया हो, हाथरस बलरामपुर और उसके पहले उन्नाव और जम्मू कठुआ की ऐसी घटनाओं से देश में गहरी नाराजगी है। जिला कांग्रेस के प्रवक्ता सुनील सिंह ने कहा है कि हाथरस की घटना पर मुंह में दही जमा कर बैठे सांप्रदायिक नेताओं और उनके पिछलग्गुओं और बी टीम के द्वारा इसके बाद की गई बयान बाजी बेशर्मी की पराकाष्ठा है।अनुसूचित जाति वर्ग के प्रति भाजपा और आरएसएस की सोच को प्रदर्शित करने वाली यह बयान बाजी बेहद दुखद और अमानवीय है।उत्तर प्रदेश में हाथरस की घटना में जिस तरह से पीडि़ता को सही इलाज तक मिलने से रोका गया पीडि़ता की जीभ काट ली गई पीडि़ता के ऊपर प्राणघातक हमले किए गए और आरोपियों को सरकारी संरक्षण दिया गया। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट सच को झूठलाते हुए कहती है कि पीडि़ता के साथ बलात्कार हुआ ही नहीं और उसकी जीभ भी नहीं काटी गई जबकि 15 दिन से पीडि़ता का इलाज इन्हीं कारणों से चल रहा है और पोस्टमार्टम की इस तरह की संदिग्ध रिपोर्ट देने के बाद पीडि़ता का शव रात को 2:30 बजे उसके परिवार वालों की अनुपस्थिति में संदिग्ध परिस्थितियों में उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा जला दिया जाता है अपराध तो अपराध है, अपराध को जाति धर्म समुदाय के आधार पर अथवा छोटे बड़े होने के आधार पर उसमें भेद नहीं हो सकता परंतु कोई भी राज्य जिसकी जिम्मेदारी है कि वह अपराधों का शमन करें और राज्य अगर अपनी जवाबदेही से विमुख हो तो सवाल उठने लाजिमी हैं ऐसे में भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हुए लोग और उनके नेता जिस तरह की प्रलाप कर रहे हैं उससे स्पष्ट है की राज्य और राज्य के अधीन प्रशासन की निरंकुश और बर्बर रवैया को प्रोत्साहित करने में जिन भी राज्यों में इनकी सरकारें हैं वहां ये पीछे नहीं रहते।

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