डेस्क। तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में साल भर के आंदोलन के बाद केंद्र सरकार से हुए समझौते की लंबित मांगें पूरी करने और प्रदेश के किसानों की समस्याओं के निराकरण के लिए 24 मई को किसान प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर सुबह नौ से 12 बजे तक विरोध प्रदर्शन करेंगे।
यह फैसला आज संयुक्त किसान मोर्चा हरियाणा की गुरुद्वारा मंजी साहिब जींद में बैठक में लिया गया।
भारतीय किसान एकता के प्रदेश अध्यक्ष लखविंद्र सिंह औलख ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बैठक में मुख्य रूप से आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों पर दाखिल मुकदमे वापस लेने, गेहूं की उपज कम होने की क्षतिपूर्ति करने, बिना शर्त ट्यूबवेल कनेक्शन देने, खेतों में लगे बिजली लाइन के टावरों का मुआवजा देने, मौसम के कारण बर्बाद फसल और अत्यधिक गर्मी के कारण कई स्थानों पर आगजनी से हुए नुकसान की भरपाई करने समेत तमाम मांगों पर चर्चा हुई।

