छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा सार्वजनिक, धार्मिक व राजनीतिक कार्यक्रम ( धरना प्रदर्शन, रैली) के आयोजनों के अनुमति के लिए बनाए गए 19 बिंदुओं के नए नियम को भाजपा ने काला कानून करार दिया है। जिसके विरोध में दुर्ग जिला के वरिष्ठ भाजपा नेता व कार्यकर्ता मानस भवन परिसर में जुटे। यहां जिला भाजपा द्वारा सभा का आयोजन किया गया। सभा को सांसद विजय बघेल, पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय, रमशीला साहू, विधायक विद्यारतन भसीन, भाजपा नेता राकेश पांडेय, वीरेन्द्र साहू, सांवला राम डहरे, प्रदेश भाजपा मंत्री उषा टावरी, पूर्व महापौर चंद्रिका चंद्राकर, माया बेलचंदन, जागेश्वर साहू, डॉ. जयसिंह राजपूत के अलावा वरिष्ठ भाजपा सांसद विजय बघेल ने संबोधित करते हुए राज्य सरकार के नए नियम को काला कानून बताते हुए इसे लोकतंत्र का हनन कहकर जोरदार विरोध दर्ज करवाया। राकेश पांडेय जी ने अपने सम्बोधन में कहा की कार्यकर्ताओंका ये सैलाब भूपेश के काले क़ानून को करारा जवाब है और हम सभी को एक २०२३ में इस दमनकारी सरकार को खड़ेधना है और एक सुव्यवस्थित सरकार लानी है , मिनी आपातकाल को हटाना है , उन्होंने अपने उद्बोधन से सभी के अंदर जोश का संचार किया , उद्बोधन की कड़ी में प्रेम प्रकाश पांडेय जी , उषा टावरी जी , विद्या रतन भसीन , विरेंद्र साहू , साँवला राम डहरे , रामसिला साहू ,नटवर ताम्रकार ने अपना अपना जोशीला उद्बोधन दिया ।सभा का संचालन जिला भाजपा उपाध्यक्ष संतोष सोनी व मनोज मिश्रा ने किया। सभा उपरांत वरिष्ठ भाजपा नेताओं के साथ कार्यकर्त्ता अपनी मांगो को लेकर ज्ञापन सौंपने कलेक्ट्रेट की ओर कुच किए। जिससे हरकत में आई पुलिस बल ने प्रदर्शनकारी भाजपाईयों को मानस भवन के पास ही रोक लिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने भूपेश बघेल सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए सैकड़ों की संख्या में गिरफ्तारी दी। गिरफ्तार भाजपा नेताओं व कार्यकर्त्ताओं को पं. रविशंकर स्टेडियम के अस्थायी जेल में लाया गया। जहां उनकी गिरफ्तारी की प्रक्रिया जारी है। पं रविशंकर स्टेडियम में जुटे भाजपा कार्यकत्ताओं के भीड़ मद्देनजर राज्य सरकार के काले कानून के विरोध में सैकड़ों कार्यकर्त्ताओं की गिरफ्तारी सुनिश्चित मानी जा रही है। भाजपा के जेल भरो आंदोलन को लेकर जिला पुलिस सोमवार को सुबह से ही अलर्ट रही प्रदर्शनकारी भाजपाईयों को रोकने शहर के प्रमुख मागों में जगह-जगह बेरिगेट्स लगाए गए थे। मानस भवन के पास का क्षेत्र पुलिस छावनी के रूप में तब्दील रहा। यहां पुलिस के आला अधिकारियों द्वारा प्रदर्शनकारियों की गतिविधियों पर नजरें रखी गई थी। वहीं सुरक्षा के लिहाज से मानस भवन के पास बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए थे। साथ ही पुलिस की सुरक्षात्मक वाहनों को भी मौके पर रखा गया था। भूपेश बघेल सरकार के काले कानून के खिलाफ भाजपा कार्यकर्त्ताओं में भारी आक्रोश नजर आया। फलस्वरूप जेल भरो आंदोलन में जिले भर के कार्यकर्त्ता सैकड़ों की संख्या में जुटे। कई मंडल के कार्यकर्त्ता मोटरसायकल रैली के साथ मानस भवन पहुंचे। काले कानून के विरोध में वरिष्ठ नेताओं के अलावा जिला भाजपा महामंत्री ललित चंद्राकर, नटवर ताम्रकार, दिनेश देवांगन, कांतिलाल जैन , के एस चौहान , चैनसुख भट्टड़, दीपक चोपड़ा , जिला भाजयुमों अध्यक्ष नितेश साहू, सांसद प्रतिनिधि मनोज शर्मा, पार्षद अरुण सिंह, रिकेश सेन, गौरव शर्मा, मनोज मिश्रा, जिला भाजपा किसान मोर्चा अध्यक्ष विनायक ताम्रकार, अजय तिवारी, कांतिलाल बोथरा, काशीनाथ शर्मा, रोमनाथ साहू, गजेन्द्र यादव, प्रकाश साहू, अतुल पर्वत, गार्गीशंकर मिश्रा, अजय भसीन, दया सिंग, प्रमोद अग्रवाल, प्रेम साहू, विनोद सिंग, संजय बघेल, गोपाल बिश्ट, अवधेश चौहान, रश्मि सिंग, रोहन सिंग, विजय जायसवाल, शारदा प्रसाद गुप्ता, राहुल परिहार, कवर पाल, लोकेश पांडे के अलावा सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपनी गिरफ्तारी दी। प्रदर्शन में जिले भर से महिलाएं बड़ी संख्या में शामिल हुई। उन्होंने अपनी गिरफ्तारी देकर राज्य सरकार के काले कानून के खिलाफ विरोध जताया।
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा सार्वजनिक, धार्मिक व राजनीतिक कार्यक्रम ( धरना प्रदर्शन, रैली) के आयोजनों के अनुमति के लिए बनाए गए 19 बिंदुओं के नए नियम, पढ़िए
