Wheat Exports Ban: भारत ने गेहूं के एक्सपोर्ट (निर्यात) पर बैन लगा दिया है. सरकार ने इस बड़े फैसले को तुरंत प्रभाव से लागू कर दिया है. आधिकारिक नोटिफिकेशन के मुताबिक, भारत ने बढ़ती घरेलू कीमतों को नियंत्रित करने के उपायों के तहत गेहूं के निर्यात पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है. हालांकि इसमें यह भी कहा गया है कि भारत सरकार द्वारा किसी दूसरे देश की खाद्य जरूरत के लिए निर्यात की अनुमति दी जाएगी.
ऐसे गेहूं निर्यात किए जा सकेंगे
खबर के मुताबिक, वो गेहूं निर्यात किए जा सकेंगे जिनके ICLC जारी हैं, या शिपमेंट के लिए तैयार हैं. सरकार ने गेहूं, आटा के बढ़ते दाम के मद्देनजर एक अहम फैसला लिया है. वाणिज्य मंत्रालय ने इस संबंध में नोटीफिकेशन जारी किया है. हालांकि, निर्यात शिपमेंट जिसके लिए इस नोटिफिकेशन की तारीख को या उससे पहले अपरिवर्तनीय ऋण पत्र (एलओसी) जारी किए गए हैं, की परमिशन दी जाएगी, विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने 13 मई को एक नोटिफिकेशन में कहा. डीजीएफटी ने कहा कि गेहूं की निर्यात नीति तत्काल प्रभाव से बैन है.
भारत का गेहूं निर्यात
आंकड़ों के मुताबिक, 2021-22 में भारत का गेहूं निर्यात बढ़कर 70 लाख टन यानी 2.05 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया. डीजीएफटी के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले वित्त वर्ष में कुल गेहूं निर्यात में से लगभग 50 प्रतिशत खेप बांग्लादेश भेजी गई थी. पिछले साल इसी अवधि में 1,30,000 टन के मुकाबले देश ने इस साल लगभग 9,63,000 टन गेहूं का निर्यात किया. भारत को 2022-23 में एक करोड़ टन गेहूं का निर्यात करने की उम्मीद थी.
प्याज के बीज के लिए भी राह आसान
डीजीएफटी ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत सरकार द्वारा दूसरे देशों की सरकारों के अनुरोध के आधार पर दी गई अनुमति के आधार पर गेहूं के निर्यात की अनुमति दी जाएगी. एक अलग नोटिफिकेशन में डीजीएफटी ने प्याज के बीज के लिए निर्यात शर्तों को आसान बनाने की घोषणा की. डीजीएफटी ने कहा कि प्याज के बीज की निर्यात नीति को तत्काल प्रभाव से सीमित श्रेणी के तहत रखा जाता है. पहले प्याज के बीज का निर्यात प्रतिबंधित था.