बालोद। आपसी विवाद के दौरान बड़े भाई को छोटे भाई ने मौत के घाट उतार दिया। वही, शातिर ने पुलिस से बचने के हत्या का राज दफ्न कर दिया। वही, एक गलती ने उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया। पुलिस ने हत्यारे भाई को गिरफ्तार कर लिया है आगे की कार्रवाई की जा रही है।
दरअसल, घटना बीते माह की है, जिले के अंतिम छोर वनांचल क्षेत्र स्थित मंगचुआ थानाक्षेत्र चिलमगोटा डोरवेपार 18 अप्रैल की रात कृष्णा कोरेटी अपने घर शराब पीकर पहुंचा, जहां छोटे भाई गोविंद कोरेटी की पत्नी को अकेला देख छेड़छाड़ करने की कोशिश करने लगा। इसी बीच गोविंद घर पहुंच गया और पत्नी के साथ छेड़छाड़ करता देख उसका विरोध करने लगा। इस बीच धक्का-मुक्की के दौरान कृष्णा जमीन पर गिरा, जिससे उसके सिर पर बुरी तरह चोट आई व वह मर गया, जिसके बाद गोविंद और उसके पत्नी दोनों ने मिलकर योजना तैयार की और गांव के दोरबेपारा में खुदाई हो रहे नए तालाब के पास गड्ढे में कृष्णा की लाश को दफना दिया।
मिली जानकारी के अनुसार, जब कृष्णा की मौत हो गई तो उसे राज रखने के लिए गोविंदा और उसकी पत्नी दोनों ने मिलकर घटना को राज रखने के लिए थाने में गुम इंसान दर्ज करवाया, जब 20 दिन बीत जाने के बाद भी कृष्णा का कोई अता-पता नहीं चला तब मौत का राज खुला।
दरअसल, जब कृष्णा से जुड़ा कोई सुराग नहीं मिला, तब संदेह के आधार पर पुलिस ने कृष्णा के छोटे भाई गोविंद से पूछताछ की, जिसके बाद कृष्णा ने पुलिस के पास घटना की सच्चाई भी बताई और अपने भाई की हत्या करना कबूल किया। बताया जा रहा है कि मृतक कृष्णा आदतन शराबी था व उसकी शादी नहीं हुई थी। वह हर रोज शराब के नशे में घर आता और छोटे भाई गोविंद की पत्नी के साथ छेड़छाड़ करता था।
जब गोविंद ने अपने बड़े भाई की हत्या करने की बात कबूली तब उसे जहां पर सब दफ्न किया गया था, वहीं ले जाकर शव को थाने की टीम और
वही, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में दफ़न शव को बाहर निकाला गया और डीएनए टेस्ट के लिए भेजा गया हैं। इस पूरे मामले को लेकर मंगचुआ थाना प्रभारी दिलीप नाग ने बताया कि, कोटवार की सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए शव को बाहर निकाल डीएनए टेस्ट के लिए भेजा है। मृतक के छोटे भाई को हिरासत में लेकर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।