नरसिंग मंडावी/ नारायणपुर : 2 अक्टूबर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और भारत के द्वितीय प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जन्म दिवस के अवसर पर मोहल्ला(लाउडस्पीकर) अध्ययन केंद्र बोरण्ड नारायणपुर में प्रभारी शिक्षक देवेंद्र कुमार देवांगन के मार्गदर्शन में आज लगभग 50 बच्चों के द्वारा विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए |
गोंडी और संस्कृत में सुनाए गाँधी की कहानी और गाये गीत
सर्वप्रथम राष्ट्रीय गान और राष्ट्रीय गीत से प्रारंभ किया गया | महात्मा गांधी जी और लालबहादुर शास्त्री जी के छायाचित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित की गई | कुमारी भुनेश्वरी पिस्दा ने गोंडी में तथा रेवती नायक ने संस्कृत भाषा में महात्मा गांधी की जीवन यात्रा को विस्तार से बताया गया | साथ ही बापू के योगदान को याद दिलाते हुए प्रतिमा चुरेन्द्र व भुनेश्वरी ने गीत भी प्रस्तुत किए |
नारायणपुर सीईओ राहुल देव ने बताई गाँधी व शास्त्री की विशेषता
इस दौरान जिला पंचायत नारायणपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राहुल देव आईएएस भी मोबाइल में वीडियो कॉलिंग के जरिए बच्चों के साथ ऑनलाइन जुड़े हुए थे | उन्होंने गांधीजी का पूरे विश्व भर में महत्ता बताते हुए कहा कि जब इंग्लैंड गया हुआ था वहां पर भी गांधीजी के स्मारक मूर्ति स्थापित था | जिसे मुझे देखकर बहुत खुश लगा क्योंकि पश्चिमी देशों में हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का स्मारक होना हम सभी भारतीयों के लिए काफी खुशी की बात है | उन्होंने गांधी जी के बेहतरीन कार्यों को अपने जीवन में प्रत्यक्ष रूप से व्यवहार में उतारने के लिए प्रेरित किया । शास्त्री जी के द्वारा दिए गए नारे जय जवान जय किसान के नारे को देश की सुरक्षा और अन्नदाता के लिए इतिहास बताया | सभी बच्चों, पालकों, शिक्षकों व ग्रामवासियों को धन्यवाद दिए । सीईओ महोदय ने किसान, जवान व गाँधी बने बच्चों से बातचीत करते हुए उन्हें भी देश की सेवा में आगे बढ़ने का शुभाशीष प्रदान किया |
अध्ययन केंद्र, गलियों, स्कूल, चौक में बच्चों और शिक्षकों ने की सफाई
उसके बाद मोहल्ला(लाउडस्पीकर) अध्ययन केंद्र के सामने, हैंडपंप के आसपास, गली, चौक-चौराहे, उच्च प्राथमिक व प्राथमिक विद्यालय के आसपास सभी बच्चों और शिक्षकों ने मिलकर साफ-सफाई किया | महात्मा गांधी बने गजेंद्र, किसान बने छबिलाल व फौजी जवान के रूप में सत्येंद्र ने भी अपने अन्य साथी विद्यार्थियों के साथ साफ-सफाई में बराबर हाथ बंटाया इस दौरान लाउडस्पीकर अध्ययन शाला विकास प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्री उमेदी राम नायक , दादी मिलापा बाई, परमानंद नाग, दिनेश देहारी, माधव पात्र आदि ने इस आयोजन पर बच्चों व शिक्षकों की पहल की प्रशंसा की।