
धरसींवा ब्यूरो (प्रेमलाल पाल ) | क्षेत्र के शराब दुकानों के सामने धड़ल्ले से नियम विरुद्ध अहाता और चखना सेंटर का संचालन किया जा रहा है। जबकि शासन से अनुमति न मिलने के कारण प्रशासन ने कहीं भी अहाता या चखना सेंटर खोलने की अनुमति नहीं दी है। इसके बाद भी क्षेत्र के शराब दुकानों के ठीक सामने चखना सेंटर संचालित हो रहे हैं।इसके बाद भी आबकारी विभाग द्वारा किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जा रही है | शिकायत मिलीकि अवैध तरीके से कुंरा, सिलतरा शराब दुकान के पास चखना सेंटर चलाया जा रहा है। धरसींवा पत्रिका के प्रतिनिधि ने हकीकत जानने के लिए पड़ताल किया। इस दौरान खुलासा हुआ कि क्षेत्र के शराब दुकान के आसपास अवैध चखना सेंटर संचालित किए जा रहे है। शराब दुकानों के पास चखना सेंटर ही चलाया जा रहा है, जबकि आबकारी विभाग ने नया नियम बनाया था कि शराब दुकानों के 50 मीटर के दायरे में कोई भी चखना सेंटर नहीं खुलेगा, लेकिन यहां 10, 15 मीटर पर ही चखना सेंटर खुले हुए है। इस वजह से ज्यादातर लोग चखना सेंटर के पास ही शराब पी रहे है, जबकि बंद करने के लिए पहले ही निर्देश जारी किया जा चुका है, लेकिन जिम्मेदारों की मिलीभगत से ही धंधा चल रहा है |
0 चखना सेंटर को राजनीतिक संरक्षण
दारू भट्ठी के काफी नजदीक में चखना सेंटर का संचालन किया जा रहा है। एक भट्ठी के सामने एक प्रमुख दुकान है, इनके पास कोई अनुमति भी नहीं है। फिर भी इनके खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जा रही है। सूत्र बताते हैं कि इन चखना सेंटर को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। इस कारण से प्रशासन इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है |

* विभाग के मिलीभगत में खेल
दरअसल इस खेल में विभाग के जिम्मेदार भी शामिल है। यही वजह है कि चखना सेंटर चल रहा है। बिना जिम्मेदारों के मिलीभगत के यह संभव ही नहीं कि इन स्थानों पर चखना सेंटर चल सके, जबकि आबकारी विभाग के जिम्मेदार हर रोज शराब दुकानों की जांच करने के लिए जाते है, लेकिन वहां चखना सेंटर की अनदेखी कर देते है |
आबकारी विभाग ने नियम बनाया है कि शराब दुकान के 50 मीटर के दायरे में किसी भी प्रकार के चखना दुकान का संचालन नहीं किया जा सकता है। वरना इन पर जुर्माने के अलावा कार्रवाई की जाती हैं लेकिन कुंरा, और सिलतरा मे नियमो को ताक मे रखकर अवैध चखना सेंटर संचालित की जा रही हैं |
* सिर्फ एक आदमी को फायदा पहुंचाने के लिए सैकड़ो परिवार वालो के सामने भुखमरी की स्थिति पैदा :– राकेश यादव
जिला पंचायत सदस्य राकेश यादव ने बताया की कुंरा चखना सेंटर शासन, प्रशासन की मिलीगत से संचालित हो रहा है, और सिलतरा चखना सेंटर मे सिर्फ एक आदमी को फायदा पहुंचाने के सैकड़ो परिवार वालो के सामने भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है. गरीब गुमटी ठेला वालो को परिवार पालन पोषण मे दिक्क़त हो रही है. कांग्रेस की सरकार कहती है कॉग्रेस पार्टी गरीबो की पार्टी है कांग्रेस के नेता हमेशा ऐ कहने से नहीं चूकते की “कांग्रेस गरीबो की पार्टी है कांग्रेस हमेशा गरीबो, मजदूरों की हित की बात करती है लेकिन यहाँ धरातल कुछ अलग है.सिलतरा चखना सेंटर की स्थिति को धरसींवा पुलिस और तहसीलदार को इस बारे मे अवगत कराया गया था लेकिन अभी तक शाशन प्रशाशन की तरफ से क़ोई एक्शन नहीं लिया गया है बल्कि सिलतरा, कुंरा के शराब दूकान के सामने आहात खोल दिया है. जो कि आबकारी विभाग़ और शासन प्रशासन की मिलीभगत को दर्शाता हैं |
0 छत्तीसगढ़ वॉच के संवादाता कि सीधी बात आबकारी अधिकारी नीलिमा किरण
रिपोर्टर :- कुंरा और सिलतरा मे भट्टी के ठीक पास मे ही चखना दूकान चल रहा है ओ किसके आदेश् मे चल रहा है
आबकारी विभाग :- भट्टी के ठीक नसदिक मे की सड़क के उस पार
रिपोटर :- भट्टी के ठीक पास मे ही चलता है |
आबकारी विभाग :- भट्टी के 50 मीटर की दूरी मे नहीं है जो बाहर मे बहुत सारा ठेला लगा है वैसे ही है. वह हमारा आदेश नहीं है..
रिपोर्टर :- कुंरा मे तो ठीक 2 मीटर के नसदिक में है |
आबकारी विभाग :- कुंरा वाले को हमने बंद करावा दिया था अगर चालू होगा तो बंद करवा देंगे.और सिलतरा वाला अंदर मे नहीं चल रहा है, नियम से बे नियम चलाने का क़ोई आदेश् नहीं है. अगर इस प्रकार की क़ोई गतिविधि दिखेगी तो कार्यवाही जरूर होंगी |
