शासकीय सप्लाई की दवाई नहीं लिख रहे हैं डॉक्टर
दीपेश निषाद नगरी:- शासकीय स्वास्थ्य केंद्र नगरी में इलाज के लिए पहुंच रहे कई मरीजों ने आरोप लगाया की डॉक्टर द्वारा लिखी गई दवाइयां स्वास्थ्य केंद्र के फार्मेसी में उपलब्ध नहीं होती, जिसकी वजह से उन्हें मेडिकल स्टोर जाकर ऊंचे दामों में दवाइयां खरीदनी पड़ रही है।
ग्राम सेमरा निवासी नीलम देवांगन ने बताया की वे जब भी स्वास्थ्य केंद्र नगरी इलाज हेतु जाती हैं तो दवाइयां अस्पताल में उपलब्ध नहीं होती और उन्हें मेडिकल स्टोर में ऊंचे दाम देकर दवाइयां खरीदनी पड़ती है जबकि वे सामान्य सर्दी खांसी जैसी बीमारियों के लिए अस्पताल गई थी।
इसी तरह की शिकायतें कई और मरीजों ने भी की साथ ही दूर ग्रामीण इलाकों से आए हुए गरीब मरीजों से वाहन अस्पताल परिसर में खड़े करने के नाम से भी पैसे वसूले जा रहे हैं।
मरीजों का कहना है कि वे शासकीय स्वास्थ्य केंद्र इस उम्मीद से आते हैं की निशुल्क इलाज हो पाएगा पर अस्पताल आने के बाद वह अपने आप को ठगा सा महसूस करते हैं। जब अस्पताल के फार्मेसी विभाग से इस बात की चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि ‘डॉक्टर द्वारा लिखी गई दवाइयां, जिन कंपनियों की होती है, उन कंपनियों की दवाई फार्मेसी में उपलब्ध नहीं होती है। दवाइयां उपलब्ध होती है पर कंपनियों का नाम बदले होने की वजह से मरीजों को लौटाना पड़ता है।
_मरीजों का आरोप है कि सभी डॉक्टर एक साथ अपने चेंबर को छोड़कर चाय की टपरी में घंटों गप्पे लड़ाते रहते हैं,जिससे मरीजों को काफी परेशानी होती है। और डॉक्टरों के इंतजार में बैठे मरीज एकटक निहारते रहते हैं,की डॉक्टर अपने चेंबर में कब बैठेंगे_ …