रायपुर। धान खरीदी में इस वर्ष प्रारम्भिक दौर में बारदान की कमी के कारण प्रभावित हुई, वहीं दोबारा बेमौसम बरसात एवं ओला वृष्टि के कारण भी लगभग 10 दिन कुल मिलाकर 15 दिन तक खरीदी ठप्प रही। ऐसी हालात में धान खरीदी की मियाद को 28 फरवरी तक बढ़ाने की मांग छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा ने मुख्यमंत्री से की है।साथ ही किसान मोर्चा के अध्यक्ष राज्य आंदोलनकारी अनिल दुबे, दाऊ जी.पी.चंद्राकर, दीनदयाल वर्मा, जागेश्वर प्रसाद, ठा.रामगुलाम सिंह, लालाराम वर्मा,अशोक ताम्रकार,महेंद्र कौशिक, गिरधारी ठाकुर, चेतन देवांगन, जगतरन सिंह, छन्नू साहू,डॉ.पंचराम सोनी,गोवर्धन वर्मा, अलखराम साहू, अशोक कश्यप आदि ने यह भी कहा है कि यदि 31 जनवरी तक पंजीकृत सभी किसानों का धान शासन द्वारा नहीं खरीदने पर प्रति एकड़ की दर से 37000/रुपये हर्जाना के रूप में देना होगा।इसके अलावा बेमौसम वर्षा एवं ओला वृष्टि से धान, दलहन, तिलहन एवं अन्य फसलों की बर्बादी हुई है। उसी के अनुपात से फसल नुकसानी के लिए शीघ्र ही मुआवजा दी जावे।