नवापारा राजिम : आज के समय में करो ना का भयानक रूप जिसमें इंसान अपने को सुरक्षित रखने में लगा हुआ है जिससे मूक जानवरों को देखने वाला कोई नहीं है ऐसे समय में गुलाब नगर कॉलोनी नवापारा राजिम निवासी नारायण पाटकर एवं अंजू पाटकर की इकलौती बेटी पलक पाटकर जो विश्व भारती पब्लिक स्कूल में कक्षा सातवीं की छात्रा है बचपन से सामाजिक सेवा पशु पक्षियों के प्रति प्रेम और पेड़ पौधे को बचाने और उनको उगाने में विशेष रुचि रखती है मार्च से जैसे ही लॉकडाउन चालू हुआ अखबार और टीवी चैनलों से जानकारी लेकर परिचित एवं रिश्ते नाते के लोगों को लॉक डाउन का पालन करते हुए स्वास्थ्य नियमों पर विशेष जोर देकर मोबाइल के माध्यम से सभी लोगों से बात करना समझाइश देना और छोटी-छोटी कविता पोस्टर के माध्यम से प्रेरित करना इनका मुख्य उद्देश्य बन गया इतना ही नहीं मूक जानवर गाय कुत्ते उनके बच्चों को अपने हाथों से चावल दाल बना कर खिलाना इनका शौक है इतना ही नहीं पेड़ पौधों के बारे में बहुत अच्छी खासी जानकारी पलक पाटकर को है और बड़े और बच्चों को बताती है हमें पेड़ पौधों को बचाना है और ज्यादा से ज्यादा इनको लगाना भी है नहीं तो वायु प्रदूषण से मानव जाति को बहुत बड़ा खतरा है इस बारे में छत्तीसगढ़ वाच ब्यूरो प्रमुख महेंद्र सिंह ठाकुर ने बेबी पलक से पूछा उम्र से बड़े काम आप कैसे कर लेते हो तो उन्होंने जवाब दिया उनके दादा श्री तिहारू राम पाटकर और मम्मी श्रीमती अंजू पाटकर से उन्हें प्रेरणा मिली और बचपन से इन कार्यों के प्रति उनका विशेष लगाव रहा है तथा भविष्य में डॉक्टर बनकर गांव क्षेत्र में गरीबों की सेवा करनी चाहती हैं और वे पैसे को महत्व नहीं देंगी इनके कार्यों को देखते हुए छत्तीसगढ़ वाच ब्यूरो प्रमुख एवं अंचल के ख्याति नाम चीफ इंश्योरेंस एडवाइजर महेंद्र सिंह ठाकुर ने स्वास्थ्य नियमों का पालन करते हुए उनके पूरे परिवार के समक्ष उनके दादा के हाथों ब्रिलियंट एवं सोशल जूनियर एक्सपर्ट पुरस्कार के रुप में ट्रॉफी प्रदान करवा कर बेबी का सम्मान किया उक्त अवसर पर बेबी पलक के माता-पिता के अलावा उनके परिजनों में ताऊ बलराम पाटकर ताई श्रीमती उत्तरा पाटकर चचेरे भाई महेश पाटकर भाभी शालिनी पाटकर चचेरी बहन शिवानी पाटकर उपस्थित थे उक्त अवसर पर बेबी पलक ने कहा मैं हर समय अपने मुहिम मैं हमेशा मुस्तैद रहूंगी मेरे आदर्श महात्मा गांधी और पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम साहब हैं
पलक करोना जागरूकता के साथ मूक जानवरों की सेवा और पर्यावरण के प्रति अभी से जागरूकता फैला रही, ट्राफी देकर सम्मानित किया
