धनंजय दुबे लोरमी: इस जलाशय का निर्माण तीन प्राकृतिक पहाड़ियों को जोड़कर किया गया है। इन तीनों पहाड़ियो के मध्य से होकर मनियरी नदी बहती है। अंग्रेजी शासन काल में कृषि की संभावनाओं को देखते हुये इन तीन पहाड़ियों को जोड़कर बांध बनाने की प्रक्रिया 1927 मे शुरू हुयी, जो तीन साल बाद 1930 मे पूरी हुयी बाद मे इसका नाम राजीव गांधी जलाशय कर दिया गया। खुड़िया ग्राम मे यह बांध निर्मित होने के कारण यह बांध खुड़िया जलाशय के नाम से भी जाना जाता है। मुंगेली लोरमी एवं ब्लॉक के किसान कृषि के लिए मुख्यतः राजीव गांधी जलाशय पर ही आश्रित है।
राजीव गांधी जलाशय खुड़िया बांध में पर्यटन की दृष्टि से एक कड़ी और जुड़ने जा रही है यहां जिला प्रशासन के पहल से नौका विहार चलाए जाने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है आने वाले 14 जनवरी को इसका शुभारंभ होने जा रहा है इसको लेकर पूरे क्षेत्रवासियों में हर्ष का वातावरण निर्मित हो रहा है.
पर्यटन की दृष्टि से जलाशय अब तक कोई खास विकसित नहीं हो पाया है लेकिन धीरे-धीरे अब जिला प्रशासन की पहल से पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कुछ-कुछ निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं आगामी 14 जनवरी मकर संक्रांति के दिन से नौका विहार चलाने की योजना है इसके लिए जिला प्रशासन, जल संसाधन विभाग और जिला पंचायत के संयुक्त प्रयास से तैयारी जोर शोर से की जा रही है पिछले कुछ दिनों से नौका विहार के लिए प्लेटफार्म का निर्माण तेजी से किया जा रहा है ग्राम पंचायत द्वारा प्लेटफार्म सीढ़ी व रैलिंग का निर्माण किया जा रहा है जिसकी लागत 7लाख 81हजार बतायी जा रही है जानकारी मिली है कि यहां 4 वोट लाए जाएंगे जिसमें 2 वोट इलेक्ट्रॉनिक होंगे और 2 वोट पैदल माध्यम से चलाए जाएंगे इसका संचालन समूह के माध्यम से कराए जाने की योजना है हालांकि अभी यह निर्णय नहीं हुआ है खुड़िया जलाशय पर्यटन की दृष्टि से और भी विकसित किया जा सकता है
पर्यटकों के लिए आवागमन की व्यवस्था जरूरी.
पर्यटन स्थल पहुचने के लिए और स्थल को बढ़ावा देने के लिए पहुंच मार्ग अति आवश्यक होता है लेकिन दुर्भाग्य है कि खुड़िया जलाशय पहुंचने के लिए समुचित और सुगम मार्ग एक भी नहीं है खुड़िया पहुंचने वाले सभी मार्ग जर्जर हो चुके हैं लेकिन इन सब के बीच राहत भरी खबर यह है कि खुड़िया पहुंच मार्ग जैसे सारधा से चंदियाभाठा की ओर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से और गोड़खाम्ही से खुड़िया मार्ग लोक निर्माण विभाग द्वारा स्वीकृत हो चुका है जिसका निर्माण कार्य इसी वर्ष शुरू हो जाएगी
रोजगार के अवसर बढ़ेंगे
खुड़िया जलाशय में पर्यटक अभी विशेष मौके पर ही पहुँचते है हर समय यहाँ पर्यटकों की भीड़ नहीं देखी जाती यहाँ पर्यटकों के लिए सुविधाओं का विस्तार होगा तो निश्चित रूप से हर समय खुड़िया जलाशय पर्यटकों से गुलजार होगा इससे रोजगार के अवसर भी बढेंगे और स्थानीय ग्रामीणों को आर्थिक मदद मिलेगी