रायपुर। रायपुर विकास प्राधिकरण (आरडीए) का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट कमल विहार प्रभारी अधीक्षण अभियंता अनिल गुप्ता के हाथों से ले लिया गया है। उनकी जगह दूसरे प्रभारी अधीक्षण अभियंता एम.एस. पांडे अब कमल विहार का काम देखेंगे।
उल्लेखनीय है कि पृथक छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद 2004 में नये सिरे से जब रायपुर विकास प्राधिकरण का गठन हुआ तब से कमल विहार उसका महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट रहा है। हालांकि कमल विहार की बुनियाद 2011-12 में उस समय रखी गई जब अमित कटारिया आरडीए के सीईओ थे। पिछले लगातार दस वर्षों से कमल विहार सुर्खियों में बना रहा है। कमल विहार में आवासीय एवं व्यवसायिक दोनों योजनाओं को स्थान मिला हुआ है। इस बड़ी योजना के कारण आरडीए अभी 400 करोड़ के घाटे में है। आरडीए अध्यक्ष सुभाष धुप्पड़ की ओर से इस गहरी खाई को पाटने पूरी कोशिश भी की जा रही है। कमल विहार का मामला बेहतर तरीके से हैंडल हो सके इसके लिए आरडीए सीईओ रितुराज रघुवंशी ने बड़ा फैसला लेते हुए इस प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी अनिल गुप्ता से लेकर एम.एस. पांडे को सौंपने का आदेश जारी किया है। इस संबंध में सीईओ रघुवंशी से उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया।