अक्कू रिजवी/कांकेर : कांकेर 19 नवम्बर से 29 नवम्बर तक कांग्रेस द्वारा पूरे प्रदेश में चलाये जा रहे जन- जागरण अभियान की श्रृंखला में केंद्र में भाजपा सरकार की ग़लत नीतियों के कारण देश में लगातार बेतहाशा महंगाई में बढोत्तरी हुई है , जिसके विरोध में प्रदेश कांग्रेस के निर्देश पर *आज विश्राम गृह ) – कांकेर में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया , जिसमें मुख्य रूप से छत्तीसगढ़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नगर निगम रायपुर के पूर्व महापौर तथा वर्तमान में सभापति प्रमोद दुबे ने पत्रकारों से चर्चा की।
वार्ता में मुख्य रूप से मोदी सरकार की ग़लत नीतियों के कारण लगातार बढ़ती महंगाई पर टिप्पणियां की गई तथा इसे “जनता पर मोदी प्रायोजित आपदा ” का नाम दिया गया। क्योंकि मोदी सरकार ने आम आदमी को राहत देने के लिए कभी कोई योजना नहीं बनाई बल्कि चंद उद्योग पतियों को फायदा पहुंचाने के लिए ही योजनाएं बनाई तथा उनका क्रियान्वयन भी किया , जिसके कारण आज इतनी महंगाई है ।देश में बिकने वाली दालों तथा खाद्य तेल का 70% हिस्सा सिर्फ एक ही उद्योग घराने अडानी का है । कोयले का अधिकांश एकाधिकार अडानी का है। श्री प्रमोद दुबे ने मोदी प्रायोजित महंगाई के पांच प्रमुख कारण बताए :–नोटबंदी, जीएसटी, आर्थिक कुप्रबंधन, निजीकरण तथा विदेश नीति की असफलता।
प्रमोद दुबे जी ने बताया कि प्रमाण आपके सामने हैं। सारे आंकड़े आपके सामने हैं कि कांग्रेस के शासन में महंगाई पर कितना अधिक कंट्रोल था और अब महंगाई कितनी अधिक बेलगाम हो गई है, इसके सबूत के तौर पर 2013 के कांग्रेस शासन तथा वर्तमान मोदी शासन के आंकड़ों की तुलना की जा सकती है, 2013 में जब कच्चा तेल दुनिया में $141 प्रति बैरल बिक रहा था ,उस समय कांग्रेस शासन ने 71 लीटर पेट्रोल था और आज की हालत यह है कि दुनिया में कच्चा तेल $82 प्रति बैरल बिक रहा है लेकिन मोदी सरकार पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत कम करने के बजाए बढ़ाती जा रही है और पेट्रोल डीज़ल अनेक प्रांतों में ₹100 से ऊपर के दाम में दिख रहे हैं । घरेलू गैस सिलेंडर उस समय ₹410 में मिलता था ,जिसे मोदी सरकार ने बढ़ाकर ₹1000 से ऊपर कर दिया है । सरसों तेल, सोयाबीन तेल सूरजमुखी तेल, मूंगफली तेल तथा दालों के दाम दुगने से अधिक हैं।
प्याज के दाम कभी भी 4 गुने से 8 गुने हो जाते हैं। खाद के दाम दोगुने से अधिक हो चुके हैं । मकान बनाने की लागत भी दुगनी हो चुकी है ।सोना कांग्रेस सरकार के समय में 27000 प्रति 10 ग्राम था वह अब ₹50000 प्रति 10 ग्राम के आसपास रहता है और चांदी का तो दाम डबल से भी ज्यादा हो चुका है । गरीबों के आभूषण की चांदी ₹32000 किलो से बढ़कर 69000 प्रति किलो से पार हो चुकी है। आशा है, आम जनता मोदी शासन की इन सच्चाईयों को समझेगी और राष्ट्रहित में इस पर मनन करेगी।
इस दौरान कांकेर के विधायक तथा संसदीय सचिव शिशुपाल शोरी, छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के सदस्य नरेश ठाकुर , जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुभद्रा सलाम, महामंत्री सुनील गोस्वामी, हेमंत ध्रुव जिला पंचायत अध्यक्ष , जिला पंचायत उपाध्यक्ष हेमनारायण गजबल्ला , ग़फ्फ़ार मेमन सहित कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे।