- सभी ने की है देवार डेरा को अन्यत्र बसाने की मांग, किन्तु अभी तक नहीं की गई कोई कार्रवाई
पुरुषोत्तम कैवर्त/कसडोल : स्थानीय नगर पंचायत के वार्ड नं.01इंदिरा कालोनी में बसे देवार डेरा लंबे समय से शासकीय प्राथमिक शाला में पढ़ने वाले छोटे बच्चों एवं पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जनजाति कन्या छात्रावास में रहने वाली छात्राओं सहित वहाँ प्लाट खरीदकर मकान बनाकर रहने वाले बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों के लिए मुसीबत का सबब बना हुआ है। देवार डेरा के महिला पुरुष आए दिन शराब आदि नशे में लत होकर अश्लील गाली गलौज करते हुए आपस में लड़ते रहते हैं और अनाब शनाब बकते हैं।इन सभी से वहाँ के अन्य रहवासियों को जुझना पड़ता है। कोई एक व्यक्ति किसी को मना करे तो सभी के सभीउन्हीं पर टूट पड़ते हैं।इसलिए सभी बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों को चूपचाप सहना पड़ता है।इसके अलावा देवारों द्वारा फैलाए गंदगी का सामना भी उन्हीं लोगों को करना पड़ता है। लोगों को हमेशा अपने घर का दरवाजा बंद कर घर के भीतर रहना पड़ता है। एक तरह से कहा जाय तो वहाँ के अन्य रहवासियों के लिए वहाँ निवास करना नर्क से कम नहीं है।खासकर कन्या छात्रावास के बड़ी-बड़ी बच्चियों पर गहरा असर पड़ रहा है।आए दिन देवारों के शोरगुल से पढ़ाई लिखाई प्रभावित हो रहा है।
इस संबंध में हॉस्टल के अधीक्षिका ने हमारे प्रतिनिधि को बताया कि इनके शोर शराबे से बच्चों के अध्ययन स्वाध्याय आदि काफी प्रभावित होती है।इनकी शिकायत कई बार की गई किन्तु अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। यहाँ के अन्य सभी रहवासी सहित हमआपके माध्यम से नगर पंचायत एवं शासन- प्रशासन से मांग करते हैं कि देवार डेरा को कहीं अन्यत्र स्थान पर स्थानांनतरित करने की महती कृपा करें।वहाँ के कुछ बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों ने भी नाम न छापने की शर्त पर यही बातें कहीं और देवारों को अन्यत्र बसाने की मांग की है।