रायपुर : छत्तीसगढ़ में प्रस्तावित 3 मेडिकल कॉलेजों को नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) से सत्र 2021-22 में दाखिले की अनुमति दिलाने के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग ने आखिरी कवायद की है। एनएमसी ने सितंबर में निरीक्षण के बाद भेजी अपनी रिपोर्ट में फैकल्टी की भारी कमी पाई थी, खासकर महासमुंद और कांकेर मेडिकल कॉलेज में। इसी कमी को दूर करने के लिए राज्य में स्थापित मेडिकल कॉलेजों से अस्थाई तौर पर 39 डॉक्टरों के तबादले (कार्यादेशित) किए गए हैं। शुक्रवार को यह आदेश जारी किया गया है।
गौरतलब है कि एनएमसी ने कमियां दूर करने के लिए 21 दिनों की मोहलत दी थी। इस समयावधि में विभाग ने रिक्त पदों पर संविदा नियुक्ति के हर संभव प्रयास किए, मगर डॉक्टर-प्रोफेसर नहीं मिले। अंत में सेवारत डॉक्टरों को भेजना ही एकमात्र विकल्प रह गया था। डीएमई डॉ. विष्णुदत्त का कहना है कि एनएमसी की कंपाइंस रिपोर्ट जो भी कमियां थीं, उन्हें दूर करने का प्रयास किया गया है। इंफ्रास्ट्रक्टर को भी मानकों पर तैयार किया गया। उपकरणों की खरीदी की गई। बेड की संख्या बढ़ाई गई हैं।
146 डॉक्टर और मिलेंगे
पीएससी से चयनित सीनियर रेसीडेंट और डेमोस्ट्रेटर के नियुक्ति आदेश जारी नहीं हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक अगले हफ्ते इन्हें पोस्टिंग मिल जाएगी।