बालोद : जिले में इन दिनों आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं लगातार हो रही हैं। इसी माह बिजली गिरने की तीन घटनाएं हो चुकी हैं। दो मामले में मवेशियों की मौत हुई है। इन घटनाओं से शासन-प्रशासन ने अभी तक सबक नहीं लिया है। ऊंचे भवनों में तडि़त चालक नहीं लगाए गए हैं। इस लापरवाही के कारण सोमवार को डौंडी ब्लॉक मुख्यालय स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में एक शासकीय मकान पर आकाशीय बिजली गिरी। जिससे घरों के बिजली, पंखे, मोबाइल, टीवी, फ्रिज भी उड़ गए। साथ ही लोगों ने बिजली के झटके भी महसूस किए। इस तीन मंजिला सरकारी भवन में रहने वाले 4 परिवार के लोग बाल-बल बच गए। इस घटना के बाद लोग सतर्क हो गए हैं। लेकिन नगरीय प्रशासन के अधिकारी ने सबक नहीं लिया है।
चार परिवार बाल-बाल बचे
बालोद जिला मुख्यालय सहित सभी नगरीय निकायों में बड़े-बड़े भवन बने हैं, लेकिन तडि़त चालक लगाना भूल गए हैं। लगातार घटनाओं के बाद भी नगर पालिका और नगर पंचायत ने बड़े भवनों में तडि़त चालक लगाने के निर्देश नहीं दिए हैं। डौंडी ब्लॉक मुख्यालय के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में 4 परिवार रहते हैं। रात में गरज चमक के साथ बारिश हुई। बिजली कड़कने से आकाशीय बिजली सीधे भवन पर गिरी। जिससे छत की दीवार टूट गई। बिजली के झटके भवन में रहने वाले 4 परिवार के सभी 10 लोगों ने महसूस किया। यह बिजली सीधे भवन पर गिरती तो बड़ी घटना घट सकती थी।
बिजली गिरी तो आंखों के सामने छा गया अंधेरा
घटना के बाद आला अधिकारी घटना स्थल पहुंचे और जानकारी ली। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जोर से बिजली कड़की और सीधे भवन पर गिरी, जिसके बाद आंख के सामने कुछ देर के लिए अंधेरा छा गया। मोबाइल, टीवी, फ्रिज, कूलर, पंखे सभी उड़ गए।
आप भी जानें क्या है तडि़त चालक
तडि़त चालक एक धातु की चालक छड़ होती है। तडि़त चालक का ऊपरी सिरा नुकीला होता है। इसे मोबाइल टॉवर, इमारतों के सबसे ऊपर हिस्से में लगाया जाता है। इसे तार से जोड़कर सीधे नीचे धरती में कॉपर प्लेट के साथ गाड़ दिया जाता है। तडि़त चालक के कारण आकाशीय बिजली से भवनों के आसपास क्षेत्र को सुरक्षित रखा जा सकता है।
यह है नियम
नेशनल बिल्डिंग कोड ऑफ इंडिया के मुताबिक 12 मीटर से ज्यादा ऊंचाई वाले भवनों में फायर एंड लाइफ सेफ्टी के इंतजाम होना अनिवार्य है। भवनों में आकाशीय बिजली से बचने तडि़त चालक का इंतजाम भी जरूरी है। बालोद में ही 12 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले 50 से अधिक भवन हैं। अभी कई भवन बन रहे हैं, लेकिन अभी तक किसी में भी तडि़तचालक नहीं लगवाया गया है। नगर में भी दर्जनभर मोबाइल टावर हैं। इसमें भी तडि़त चालक लगाने पर ध्यान नहीं है।
आप भी रखें सावधानी
बादलों के गरजने व बिजली के चमकने के समय घर से बाहर नहीं निकलें
विद्युत पोलों से दूरी बनाकर रखें।
मोबाइल पर बात न करें, मोबाइल का स्विच बंद रखें।
गरजते समय कभी खुले जगह में न रहें।
बड़े पेड़, मोबाइल टॉवर व ऊंची इमारत के नीचे न रहें।