दिलहरण चंद्रा/जैजैपुर : शासकीय उच्च्तर माध्यमिक विद्यालय कुटराबोड़ में कुल छात्र 350 में 216 विद्यार्थी उपस्थित रहे वहीं पर कुटराबोड़ के विद्यालय में जब शिक्षकों से संपर्क किया गया तो वहां पता चला बिना अवकाश लिए प्रभारी प्राचार्य जी पी कमलेश अनुपस्थित पाए गए । जब छात्रों से वहां के शिक्षा के बारे में पूछा गया तो यहां तक की बारहवीं कक्षा के छात्र अपने प्रभारी प्राचार्य का नाम बता नहीं पाए । वहीं पर छात्राओं से अन्य जानकारी लिया गया तो यहां तक की जिला कलेक्टर , जिला पंचायत सदस्य एवं गांव के सरपंच का नाम भी नहीं बता पाए । इस तरह से 12 वी पढ़ने वाले छात्रों का हाल है । जहां तक सामान्य विज्ञान के बारे में जानकारी लिया गया तो छात्र इतने कमजोर हैं , कि वे अपनी शिक्षा के बारे में भी बताना उचित नहीं समझा इस तरह से शिक्षकों ने करोना 19 शिक्षा का हवाला दिए । लेकिनजहां पर देखा जाए तो शिक्षक विद्यालय में शिक्षा नहीं दे पा रहे हैं उन्हीं पर निजी विद्यालय के छात्र तो अपना सामान्य ज्ञान बता पाते है लेकिन शासकीय विद्यालय के छात्र सामान्य ज्ञान से दूर है । तो अपनी पढ़ाई किस तरह करते होंगे यह सहज अंदाजा लगाया जा सकता है । शिक्षकों ने यह भी बताया कि हमेशा प्रभारी प्राचार्य जी पी कमलेश विद्यालय में नियमित रूप से नहीं आते । जबकि शासकीय शिक्षकों को हजारों रुपए का वेतन एवं तमाम सुविधाएं मिलने के बाद भी शिक्षा का स्तर इतना गिरा हुआ है कि वह छात्र अपने ग्राम पंचायत के सरपंच का नाम ही नहीं जानते नही अपने प्राचार्य का नाम । वहीं पर शासकीय विद्यालय के शिक्षक अपने पुत्रको निजी विद्यालय में अध्ययन करने के लिए भेजते हैं , तो आप सहज ही अंदाजा लग सकते हैं कि शासकीय विद्यालय के शिक्षक जो हजारों रुपए का वेतन पाकर किस तरह शिक्षा दे रहे हैं यहां तक की विद्यालय में शिक्षा के नाम से पढ़ाई नगणय हो रही है । शासकीय शिक्षकों के बच्चों को शासकीय विद्यालय में ही शिक्षा दिया जाए तो शिक्षा का स्तर ऊंचा उठेगा और वे शासकीय शिक्षक सही तरीके से छात्रों को विद्या अध्ययन करा पाएंगे ।
शिक्षकों को नियमित विद्यालय आना है. किस तरह से उनकी शिकायत बर्दाश्त नहीं किया जाएगा क्योंकि दो माह विद्यालय खुले हो चुके है सभी शिक्षकों को विद्यालय में अपने नियमित समय पर उपस्थित होना अनिवार्य है ।
रोमा श्रीवास्तव सहायक कलेक्टर
यह मेरे क्षेत्र से बाहर का है इनके बारे में जिला शिक्षा अधिकारी शक्ति बता पाएंगे ।
-विजय कुमार सिदार , विकास खंड शिक्षा अधिकारी जैजैपुर