कमलेश रजक / मुंडा: बारिश नहीं होने के बावजूद गली मे बरसाती सीजन का अहसास करा रहा है। जनपद पंचायत बलौदाबाजार क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम पंचायत कोरदा गांव में आज भी आम रास्ते कीचड़ से भरे हुए है। सीसी रोड निर्माण की स्वीकृति मिलने के बाद भी सीसी रोड नहीं बन सके हैं। बदहाल रास्ते ग्रामीणों के लिए मुसीबत बन रहे है। ग्रामवासियों को कीचड़ के बीच गिरते-पड़ते निकलना पड़ रहा है और साथ ही गंदगी जनित बीमारियों से भी जूझना पड़ रहा है। गांव के तोलेश वर्मा के घर से लेकर रामेश्वर यादव के घर तक बीना बारिश के ही गली में कीचड़ का आलम बना हुआ है। उक्त मार्ग के सीसी रोड निर्माण कार्य के लिए 6 लाख की प्रशानीय स्वीकृति एक साल पहले ही मिल चूकी है, इसके बाजवूद आज पर्यन्त तक सीसी रोड का निर्माण अटका हुआ है।
सरपंच खेतर ध्रुव नरेंद्र कुमार वर्मा फागु लाल रात्रे व ग्रामीणों ने बताया कि उक्त गली के लिए पूर्व सरपंच के कार्यकाल में ही 6 लाख रूपये की स्वीकृति प्रशासन द्वारा स्वीकृति मिल चुका है।बताया कि सीसी रोड निर्माण की पहली किस्त को सचिव शिवकुमार निराला द्वारा निर्माण कार्य बिना शुरू किए ही राशि को आहरण कर लिया गया है। जिसको आज तक पंचायत में जमा नहीं किया है। सीसी रोड निर्माण की राशि को पंचायत में जमा नहीं करने से निर्माण काम शुरू भी नहीं हो सका है। मजबूरीवश ग्रामीण गंदगी के बीच से होकर गिरते पड़ते आते जाते है। रोड की तस्वीर देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि उक्त मार्ग पर चलने वाले ग्रामीण को लगता है कि इस मार्ग पर चलना किसी करतब दिखाने से कम नहीं है, जरा चूके मतलब फिसलना निश्चित है। वही इसी मार्ग से होकर महिलाएं अपने घरों के लिए पानी लाती है, जिसे फिसलने का डरा बना हुआ रहता है। शासन-प्रशासन द्वारा सीसी रोड निर्माण की स्वीकृति मिलने के बावजूद भी ग्रामीण कीचड़ भरे मार्ग पर चलने को मजबूर है। ग्रामीणों ने शीघ्र ही पंचायत को सीसी रोड निर्माण करने की मांग रखे है। यह बताना लाजमी हो कि पूर्व सरपंच व वर्तमान ग्राम पंचायत सचिव शिव कुमार निराला के द्वारा निर्माण कार्यो की प्रथम किस्त की राशि आहरण करने के बावजूद आज तक निर्माण कार्य नहीं कर पाये है और न ही जनपद पंचायत द्वारा भेजे गए रिकवरी की राशि को जमा करने में रूचि नहीं ले रहे है। इससे स्पष्ट है कि कहीं न कहीं जनपद पंचायत के अधिकारी कर्मचारी इनको बचा रहे है। बिना निर्माण किए राशि की आहरण किये गये पूर्व सरपंच व वर्तमान सचिव की शिकायत कई बार किया गया। किन्तु जनपद पंचायत के जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई करने के बजाय गोल मोल जवाब दे रहे है जिससे लगता है कि जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी राशि की बंदरबाट करने वाले सचिव को बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। वही ग्राम पंचायत के पंचायत पदाधिकारी भी कार्रवाई नहीं होने से क्षुब्द होकर अब कड़ी कार्रवाई या मुख्यमंत्री से शिकायत करने की बात कह रहे है।
क्या कहते है मुख्य कार्यपालन अधिकारी
पंचायत सचिव शिवकुमार निराला के द्वारा गबन किये गये राशि की वसूली के लिए हमारे द्वारा नोटिस भेजा जा चूका है।