अंबिकापुर : एसईसीएल कर्मियों से भरी बस के पुलिया के नीचे नाले में गिरने से उसमें सवार 43 लोग घायल हो गए थे। 18 गंभीर घायलों को अंबिकापुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां इलाज के दौरान एक एसईसीएल कर्मी की मौत हो गई, जबकि अन्य का इलाज जारी है। यह दुखद हादसा तब हुआ था जब रविवार की सुबह एसईसीएल कर्मी बस से ड्यूटी जा रहे थे। सूरजपुर जिले के भटगांव क्षेत्र के 3 दर्जन से अधिक एसईसीएल कर्मी रोजाना दुबे ट्रैवल्स बस से महान-2 व महान-3 कोल माइंस ड्यूटी करने जाते थे। रविवार की सुबह 9 बजे भी बस में 43 लोग सवार होकर जा रहे थे। इसी दौरान ग्राम बनारस मार्ग पर सोनगरा होते ग्राम बोझा व खडग़वां के बीच स्थित सुखड़ी नाला पुलिया में बस अनियंत्रित होकर गिर गई। हादसे में बस (Bus Accident) में सवार 37 एसईसीएल कर्मी समेत 43 लोग घायल हो गए थे। स्थानीय ग्रामीणों व एसईसीएल की रेस्क्यू टीम द्वारा घायलों को भटगांव अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां से भटगांव थाना क्षेत्र के ग्राम बरौंधी निवासी महान-2 खदान में कार्यरत बसंतलाल समेत 18 गंभीर घायलों को अंबिकापुर अस्पताल रेफर कर दिया गया था। यहां इलाज के दौरान बसंत लाल की मौत हो गई, जबकि अन्य का इलाज जारी है।
अब ये हैं घायलों के नाम
घायलों में राघवेंद्र पटेल, संतोष कुमार यादव, जय सिंह, सुभाष शर्मा, विपिन बिहारी मिश्रा, सतोष कुमार बरई, धर्मेंद्र सिंह, दूज राम बर्मन, उदयनाथ दुबे, अनिल सिंह, अजय द्विवेदी, राजनाथ, सियाराम, रेवती, सुनील, सूरज, बड़ो बाई, छत्रपाल प्रजापति, धर्मपाल सिंह, हंसा राम प्रधान, गुरु प्रसाद सिंह, मन्नू लाल उरांव, मनोहर, नसीम आलम, इंद्रसेन, विधानचंद्र राय, नागेंद्र सिह, खगेंद्र मंडल, मसरुद्दीन, उमेश कुमार मिश्रा, अमित तिवारी, अरविंद्र सिंह, रावेंद्र पटेल, रामकुमार, सुनील कुमार, केएल वाडेकर, रमाकांत पटेल, कैलाश गिरी, शशांक श्रीवास्तव, मो. कादिर रसूल, कृष्णा देवांगन व शशिकांत शामिल हैं। इनमें से 18 की हालत गंभीर बताई जा रही है।