लखनपुर : प्रदेश में कांग्रेस की नई सरकार बनने के बाद ग्राम पंचायत क्षेत्र के विकास के लिए कुछ ग्राम पंचायतों का पुनर्गठन कर कई पृथक नए ग्राम पंचायत का गठन किया गया ताकि गांव का विकास हो सकेगा हालांकि कुछ नए ग्राम पंचायत में चुनाव संपन्न होने से गांव के लोगों को गांव के मुखिया के रूप में अपना नया सरपंच भी मिल गया लेकिन सरगुजा जिले के लखनपुर विकासखंड का एक ऐसा गांव आज भी है जिसे मुखिया के रूप में सरपंच नसीब नहीं सका है ।दरअसल लखनपुर विकासखंड के 1 ग्राम पंचायत गोरता से पृथक कर जोधपुर को नया ग्राम पंचायत का गठन किया गया नवनिर्मित ग्राम पंचायत जोधपुर सरपंच सीट के लिए आदिवासी वर्ग के प्रत्याशी के लिए आरक्षित किया गया परंतु ग्राम पंचायत में एक भी आदिवासी प्रत्याशी नहीं होने से चुनाव नहीं हो सका। नए ग्राम पंचायत जोधपुर में आदिवासी प्रत्याशी नहीं मिलने पर तात्कालिक जिला निर्वाचन अधिकारी ने 6 महीने के भीतर सरपंच चुनाव कराने तथा तब तक के लिए शासन द्वारा अधिकृत कर्मचारी को सरपंच का दायित्व सौपे जाने की बात कही गई शासन प्रशासन द्वारा वरिष्ठ करारोपण अधिकारी को सरपंच का पद तो दे दिया गया लेकिन कभी वह ग्राम पंचायत के विकास हेतु लोगों की समस्या जानने एक बार भी ग्राम पंचायत नहीं पहुंचे आलम यह है कि ग्राम पंचायत मुखिया नहीं होने से गांव का विकास नहीं हो पा रहा है लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ग्राम पंचायत को नए सरपंच नहीं मिल पाने से गांव के लोगों में नाराजगी है और वे अब आदिवासी सरपंच सीट को बदलने की मांग कर रहे हैं। इस संबंध में जोधपुर के ग्रामीणों के ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि गांव में सरपंच नहीं होने से गांव के ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर है ग्रामीणों को नए ग्राम पंचायत बनने पर किसी तरह का लाभ नहीं मिल पा रहा है जिससे ग्रामीण अपने आप को ठगा महसूस कर रहे उन्होंने शासन प्रशासन से सरपंच पद के लिए आदिवासी सीट हटाकर सामान्य सीट किया जाए तथा पुनः चुनाव कराया जाए।
नए ग्राम पंचायत जोधपुर को नही मिल सका सरपंच मूलभूत सुविधाओं से वंचित ग्रामीण
